नोएडा में फ्लोरवाइज रजिस्ट्री को लेकर फोनरवा संस्था ने किया विरोध , सीएम से करेंगे मुलाकात
ROHIT SHARMA / TALIB KHAN
नोएडा :– नोएडा की फोनरवा संस्था ने आज प्रेस वार्ता करते हुए नोएडा प्राधिकरण पर निशाना साधा | दरअसल नोएडा प्राधिकरण ने 196 वी बोर्ड बैठक में फ्लोर वाइज रजिस्ट्री करने का निर्णय लिया था , जिसका प्रस्ताव उत्तर प्रदेश सरकार को भेजा गया है | जिसको लेकर आज फोनरवा संस्था ने प्रेस वार्ता करते हुए विरोध किया है |
फोनरवा संस्था के अध्यक्ष एनपी सिंह ने नोएडा प्राधिकरण के अधिकारीयों पर आरोप लगाया है की शहर में फ्लोर वाइज रजिस्ट्री करने के पीछे प्राधिकरण का मकसद केवल कमीशनखोरी को बढ़ावा देना है , इससे एक घर में तीन-तीन बार रजिस्ट्री होंगी , जिसका फायदा नोएडा प्राधिकरण को मिलेगा |
एनपी सिंह ने कहा की नोएडा प्राधिकरण के पास कमाई का जरिया कुछ भी नहीं बचा तो पैसे कमाने के लिए बोर्ड बैठक में फ्लोरवाइज रजिस्ट्री करने का निर्णय ले लिया है , जिससे उनकी आमदनी बनी रहे |
साथ ही उनका कहना है की इस मामले में फोनरवा संस्था ने उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा है की नोएडा प्राधिकरण के द्वारा लिया गया फ्लोर वाइज रजिस्ट्री करने का निर्णय को मंजूरी न दे , क्योकि इस निर्णय से नोएडा में जनसख्या की वृद्धि होगी , जिसका नुकसान नोएडा की जनता को भुगतना पड़ेगा | वही दूसरी तरफ उन्होंने कहा की इस मामले में फोनरवा संस्था खुद सीएम योगी से मिलेगी , अगर इस मामले में सीएम योगी कुछ नहीं करते है तो फोनरवा के पदाधिकारी विशाल आंदोलन करेंगे |
अध्यक्ष एनपी सिंह ने कहा की नोएडा के आवासीय सेक्टरों में फ्लोर वाइज रजिस्ट्री की पॉलिसी लाने का फोनरवा ने विरोध किया , इससे शहर का नुकसान होगा। इस पॉलिसी के पास होने से नोएडा की सड़कों पर जाम लगना शुरू हो जाएगा , वैसे भी नोएडा के सभी सड़कों पर जाम ,गंदगी रहती है , उसमे और ज्यादा बढ़ोतरी हो जाएगी | साथ ही नोएडा के अंदर पानी , बिजली की समस्या रहती है , जिसके कारण लोग आजतक परेशान है , अब यह पॉलिसी आ जाएगी तो बहुत बड़ी मुसीबत में लोग फस जाएंगे |
उन्होंने आरोप लगाया है की नोएडा प्राधिकरण नोएडा को नगर निगम नहीं बनने दे रहा है , जिससे कारण नोएडा के निवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है | नोएडा में निगम आने पर नुकसान की बात कहते हैं , लेकिन स्वच्छता रैंकिंग में 150वें स्थान पर आया, गाजियाबाद 13वें पर , जबकि वहां निगम काम कर रहा है। शहर में 5 आरडब्ल्यूए को सफाई को जिम्मा आधे खर्च में दिया गया। दलालों के दबाव में प्राधिकरण ने एक महीने में काम वापस ले लिया।
वही नोएडा की फोनरवा संस्था ने माँग की है की नोएडा को फ्री होल्ड किया जाए | अगर अब यह मांग उत्तर प्रदेश की सरकार नहीं मानती है तो आने वाले समय में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा |
वही दूसरी तरफ इस मामले में नोएडा प्राधिकरण के अधिकारीयों से सम्पर्क साधा गया , लेकिन अधिकारीयों ने फ़ोन नहीं उठाया |
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