कोरोना से बचाव के लिए डीएम ने की फोनरवा और पदाधिकारियों के संग ऑनलाइन बैठक , दिए सुझाव
Ten News Network
नोएडा :– शहर में एक बार फिर कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने शहर की फोनरवा, डीडीआरडब्ल्यूए, आरडब्ल्यूए, एओए , नोफा , नोवरा समेत अन्य सामाजिक संगठनों के साथ बैठक की। इसमें कोरोना के बढ़ते मामले को रोकने और बचाव पर चर्चा की गई, ताकि शहर में कोरोना के बढ़ते प्रकोप को कम किया जा सके।
बैठक में पुलिस आयुक्त आलोक सिंह, संयुक्त आयुक्त लव कुमार, गौतमबुद्ध नगर के डीएम सुहास एलवाई शामिल हुए। आपको बता दे कि यह बैठक ऑनलाइन की गई। बैठक में डीएम सुहास एलवाई ने कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि लोगों को कोविड से बचाव के उपायों का पालन करने और सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों को लागू करने में मदद करनी होगी।
बुजुर्ग अधिक से अधिक संख्या में कोविड का टीका लगवाएं। उन्होंने कहा के आरडब्ल्यूए, नोफा , नोवरा एओए के पदाधिकारी अपने सेक्टरों में लोगों को जागरूक करने का कार्य करें।
वहीं, फोनरवा के महासचिव केके जैन ने बताया कि हमारी संस्था लोगों को जागरूक करने में लगी हुई है। साप्ताहिक बाजारों में भी खरीदारी करते समय विशेष सावधानी बरतने की लोगों से अपील कर रहे है।
कोरोना की महामारी को रोकने के लिए सरकार को तुरन्त 10 दिन का लॉकडाउन कर देना चाहिए। अब कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या को देखते हुए प्रदेश सरकार को 10 दिन का लॉकडाउन के लिए निर्णय लेना चाहिए। स्वास्थ्य संबंधित सेवाएँ चरमरा गई हैं। मरीजों को ईलाज के लिए अस्पतालों में जगह नहीं है। आईसीयू में बेड नहीं है।
कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती नहीं किया जा रहा है। दिन-प्रतिदिन हालात काबू से बाहर हो रहे हैंं। अब जो भी निर्णय सरकार को लेना है। तुरन्त ले और अब मेडिकल इमरजेन्सी लगाने के हालात बनते जा रहें है। सीमित डाक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ के भरोसे ही चिकित्सा सेवा हो पा रही है।
के के जैन ने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों का संपर्क परीक्षण किया जाए। जिला कोविड टीम कोरोना संक्रमित मरीजों की निगरानी करें। सोसायटियों के लिए पैरामेडिकल स्टाफ की व्यवस्था की जाए। बिना मास्क पहने घूमने वालों पर हो कार्रवाई। शहर में पड़ोसी राज्य व जिले से आने वाले लोगो की कोरोना जांच की जाए। शहर के साप्ताहिक बाजार कुछ समय के लिए बंद किए जाए। अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए बेड की संख्या बढ़ाई जाए। बरात घर व होटल को आइसोलेशन सेंटर में बदलने की व्यवस्था की जाए।
साथ ही के के जैन ने कहा कि साप्ताहिक बाजारों में न तो लोग मास्क लगा रहे है न शारीरिक दूरी का पालन कर रहें है। इसलिए इन बाजारों को अस्थाई रूप से कुछ समय के लिए बंद किया जाना चाहिए।
नोएडा की मशहूर संस्था नोफा के अध्यक्ष राजीव सिंह ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर में सबसे ज्यादा केस फ्लैट इलाकों से निकल रहे है।देखा गया है कि 21 फ्लोर की एक बिल्डिंग होती है , जिसमे माना जाए तो एक फ्लोर पर 4 फ्लैट होते है , मतलब एक बिल्डिंग में 84 फ्लैट होते है , जिसमे 500 से ज्यादा लोग रहते है। जिसके चलते सबसे ज्यादा संक्रमण फैलने का डर रहता है , इसलिए फ्लैट के निवासियों की संख्या सबसे ज्यादा है संक्रमितों में।
राजीव सिंह ने कहा कि फ्लैट के बाहर टेस्टिंग वेन होनी चाहिए , जिससे फ्लैट के लोग अपना टेस्ट करवाए , अगर टेस्टिंग ज्यादा नही होगी तो संक्रमण नही रुकेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि मार्किट पर फिलहाल बैन लगाना चाहिए , क्योंकि बहुत से फ्लैट निवासी मार्किट में जाकर खरीदारी करते है , इसलिए संक्रमण फेल सकता है ।
नोवरा के अध्यक्ष रंजन तोमर ने कहा की कोरोना को लेकर गॉव के निवासी बहुत ही ज्यादा सतर्क है , लेकिन प्रशासन की तरफ से उन्हें कोई सुविधाएं नही दी गई है। गॉव में टेस्टिंग की संख्या न के बराबर है। प्रशासन का हेल्पलाइन नंबर नही मिलता है। सीएमओ फ़ोन तक नही उठाते हैं। मतलब साफ है कि जिला प्रशासन और कोविड प्रभारी की लापरवाही है। स्वास्थ्य सेवाओं को हम देख रहे है जो न के बराबर है।