ग्रेटर नोएडा : जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल कर रहे पूर्व प्रधान का वीडियो वायरल, एससी एसटी एक्ट में मुकदमा दर्ज

Ten News Network

ग्रेटर नोएडा की बिसरख कोतवाली के सामने पुलिस कार्रवाई के खिलाफ प्रदर्शन करने पहुंचे ग्रामीणों की पुलिस से नोकझोंक हुई। विरोध प्रदर्शन के दौरान जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल किया गया। बिसरख गांव के पूर्व प्रधान अजय द्वारा इस्तेमाल किए गए जाति सूचक शब्दों का वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ है।

मामला भूमि विवाद के दौरान पुलिस की कार्रवाई से शुरू हुआ और देखते ही देखते जाति सूचक शब्दों में बदल गया। वहीं ग्रामीणों ने भी पुलिस पर अभद्र व्यवहार व एक पक्षीय कार्रवाई का आरोप लगाया है। मामले में पूर्व प्रधान अजय, मनवीर भाटी, कुलदीप भाटी निवासी बिसरख समेत 14 नामजद व 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ एससीएसटी एक्ट व कई अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।

दरअसल, बुधवार दोपहर गांव ऐमनाबाद में यथार्थ अस्पताल के पीछे भूमि पर निर्माण कार्य हो रहा था। एक पक्ष ने डायल 112 पर फोन कर निर्माण के दौरान झगड़ा होने की सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों के दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया। विवाद का निस्तारण राजस्व विभाग से होने के बाद निर्माण किए जाने की हिदायत दी गई।

इसी बीच बुधवार रात एक पक्ष के समर्थन में पूर्व प्रधान अपने समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंच गए। प्रधान ने आरोप लगाया कि उनके साथ अभद्र व्यवहार किया गया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि रिश्वत लेकर एक पक्षीय कार्रवाई की गई। पुलिस के रवैये से नाराज होकर बृहस्पतिवार सुबह प्रधान के समर्थकों व ग्रामीणों ने कोतवाली के सामने विरोध प्रदर्शन किया और एसीपी योगेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपा।

वहीं दूसरी ओर प्रदर्शन के दौरान का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक पुलिस अधिकारी के खिलाफ जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। इसी आधार पर पुलिस ने एससीएसटी एक्ट सहित अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

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