मकान ढहने से चार लोगों की हुई थी मौत, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष चौ. अनिल कुमार ने उन जर्जर फ्लैट्स का किया दौरा
टेन न्यूज़ नेटवर्क
नई दिल्ली, 17 फरवरी, 2022: दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष चौ0 अनिल कुमार ने बवाना में गरीबों के लिए राजीव रत्न आवास योजना के अंतर्गत बने मकान ढहने से 4 लोगों की मौत होने के बाद आज वहां का दौरा किया और कहा कि हादसे के लिए पूरी तरह केजरीवाल सरकार जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि 2013 में बनकर तैयार हुए 47000 फ्लेटों को अरविन्द केजरीवाल सरकार ने योजना का नाम बदलने के कारण गरीबों को आवंटन नही किया जिसके परिणामस्वरुप 60,000 रुपये में गरीबों को मिलने वाले फ्लेट आज खंडहर बन चुके है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि बवाना, भलस्वा, नरेला और घोगा में बने इन फ्लेटो का रख-रखाव करने और चौकीदार नही बैठाने के कारण असमाजिक तत्व के लोगों ने 7 वर्षों में धीरे-धीरे इन मकानों को तोड़कर लूट लिया जिसके कारण इतना बड़ा हादसा हुआ, अरविन्द केजरीवाल को हादसे की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होने कहा कि दिल्ली के 675 जेजे कलस्टरों में लगभग 20 लाख लोग रहते है। 7 वर्षों में केजरीवाल सरकार ने एक भी नय फ्लेट नही बनाया और जहां झुग्गी वहीं मकान का वायदा पूरी तरह खोखला साबित हुआ। गरीबां और युवाओं को एक के साथ एक शराब की बोतल मुफ्त की योजना दिल्ली को बर्बाद कर देगी। लोग विकास की ओर कम ध्यान देकर मुफ्त योजनाओं पर आकर्षित हो रहे है जिससे दिल्ली का विकास ठप्प पड़ गया है।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल पंजाब में दिल्ली के झूठे विकास मॉडल की बात करते है परंतु कांग्रेस द्वारा विकसित दिल्ली को 7 वर्षों में उन्होंने ध्वस्त कर दिया है। अरविन्द केजरीवाल ने 2014 में लोगों को गुमराह करके सत्ता हासिल करने के साथ राजीव रत्न आवास योजना के 2.27 लाख गरीब आवेदकों का सपना चकनाचूर कर दिया, क्योंकि केजरीवाल योजना का नाम मुख्यमंत्री आवास योजना करने में उलझ कर रह गए, जिसके कारण 7 वर्षों में एक भी फ्लेट किसी गरीब को आंवटित नही किया जा सका।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि कांग्रेस की दिल्ली सरकार ने 15 वर्षों के शासन में हर वर्ग के लिए काम किया विशेषकर गरीब को छत देने के लिए राजीव रत्न आवास योजना के तहत केवल 60,000 रुपये देकर फ्लैट देने की योजना बनाई ताकि गरीबों का जीवन स्तर उपर उठ सके। फ्लेट की बाकी रकम कांग्रेस की दिल्ली सरकार अदा करती जबकि पूरे फ्लैट की कीमत लगभग 3.50 लाख रुपये निश्चित की गई थी।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि केजरीवाल में गरीबों के प्रति कोई हमदर्दी नही है क्योंकि जिस दिल्ली को अपनी कहते है वहां सरकारी विफलताओं के कारण 4 लोगों की मौत होने के बावजूद वहां का दौरा नही किया जबकि अपने चुनावी यात्रा के लिए पंजाब जाते है, अगर वे चाहते थे हाईवे चंद दूरी पर यह हादसा हुआ है, वहां जा सकते थे।
चौ0 अनिल कुमार ने कहा कि पंजाब में दिल्ली मॉडल का बखान करने वाले केजरीवाल की गलत नीतियों का नतीजा उनके निवास पर हजारों आगनबाड़ी वकर्स और हैल्पर्स, गेस्ट टीचर, वोकेशनल टीचर, डीएसआईडीसी कर्मचारी स्थायी करने व समान काम समान वेतन की मांग को लेकर लम्बे समय से हड़ताल पर बैठे है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार में व्याप्त भ्रष्टाचार के कारण न तो किसी को रोजगार मिला है और जिन अस्थाई कर्मचारियों को पक्का करने का वादा उन्होंने किया था आज अधिकतर कर्मचारी हड़ताल पर है बाकी सभी सरकार से असंतुष्ट है। उन्होंने कहा कि पिछले 74 वर्षों में दिल्लीवासी इतने लाचार और भयावह कभी नही दिखे जितने केजरीवाल के 7 वर्षों में है।