गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करेगी प्रदेश सरकार

ABHISHEK SHARMA

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उत्तर प्रदेश सरकार गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय को सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित करेगी। गौतम बुद्ध नगर स्थित विश्वविद्यालय में भारतीय संस्कृति से संबंधित शोध एवं प्रशिक्षण कार्य को वरीयता दी जाएगी। यह बुद्धिज्म व भारतीय संस्कृति का केंद्र बनेगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर यह जानकारी दी। इस केंद्र में बुद्धिज्म व भारतीय संस्कृति से संबंधित शोध, प्रशिक्षण व स्टडी टूर होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इसे भारत का सबसे उत्कृष्ट केंद्र बनाएंगे। उन्होंने कहा कि गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय को शोध, प्रशिक्षण और पर्यटन शिक्षा के माध्यम से देश का सबसे उत्कृष्ट केंद्र बनाया जाएगा। गुणवत्ता पूर्वक शिक्षा के प्रसार व प्रशासनिक गतिविधियों के सुविधाजनक संचालन के लिए जल्द ही विश्वविद्यालय को एफिलिएटिंग यूनिवर्सिटी के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

बता दें कि गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय प्रदेश में एकमात्र राजकीय विश्वविद्यालय है, जिसके पास किसी बाहरी कॉलेज की संबद्धता नहीं है। जीबीयू में म्यांमार, वियतनाम, श्रीलंका, नेपाल, थाईलैंड, चीन समेत अन्य देशों के छात्र पढ़ने आते हैं।

2012 के बाद से बौद्ध दर्शन से संबंधित कोर्स में दाखिला लेने वाले छात्रों की संख्या में तेजी आई है। 2012 में एम.ए में 22, एमफिल में 13 और पीएचडी में 8 छात्रों ने दाखिला लिया था। 2019 में यह संख्या 130 पर पहुंच गई।

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