पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में तीन रुपये की बढ़ोतरी को लेकर आज कांग्रेस के नेता अजय माकन ने प्रेस वार्ता करते हुए सरकार पर निशाना साधा। अजय माकन ने कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर संसद के भीतर और बाहर दोनों जगह सरकार पर दबाव बनाएगी।
पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता अजय माकन ने कहा कि सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतों को कम करे और पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाया जाए। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, सरकार ने लोगों को फायदा देने की बजाय उत्पाद शुल्क तीन रुपये बढ़ा दिया , सरकार को इससे 40 हजार करोड़ रुपये का फायदा होगा।
कच्चे तेल की कीमत कम होने से सरकार को पहले ही 3.4 लाख करोड़ रुपये का मुनाफा हो चुका है। उन्होंने कहा कि इस बढ़ोतरी का सबसे ज्यादा नुकसान आम लोगों, किसानों और ट्रांसपोर्टर हो होगा , इससे महंगाई बढ़ेगी।
माकन ने सवाल किया, सरकार कह रही है कि उपभोक्ता को अतिरिक्त पैसे नहीं देने पड़ेंगे, लेकिन हमारा कहना है कि जब कच्चे तेल की कीमत इतनी ज्यादा गिर गयी है तो उपभोक्ता को राहत क्यों नहीं मिल रही है?
कांग्रेस नेता ने कहा, पेट्रोल डीजल की कीमतों में कमी की जाए। इन उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाया जाए और उत्पाद शुल्क की दर को 2014 के स्तर पर लाया जाए। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस संसद के भीतर और बाहर दोनों जगह सरकार पर दबाव बनाएगी।
गौरतलब है कि सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर तीन रुपये प्रति लीटर की दर से उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में गिरावट से लाभ लेने के प्रयासों के तहत सरकार ने यह कदम उठाया है।