ग्रेटर नोएडा को स्मार्ट सिटी बनाने पर मंथन, जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ निवासियों ने दिए सुझाव
By Ten News Network
Greater Noida (28/01/2020) : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण आज 29 वर्ष का हो गया है। आज ही के दिन 1991 में ग्रेटर नोएडा की स्थापना की गई थी। प्राधिकरण द्वारा आयोजित स्थापना दिवस कार्यक्रम ‘विंटर कार्निवाल’ का समापन आज ‘सेमिनार ऑन स्मार्ट सिटी’ के साथ हुआ। ग्रेटर नोएडा शहर को स्मार्ट बनाने पर प्राधिकरण के सभागार में लम्बी चर्चा चली। कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री व सांसद डॉ महेश शर्मा मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे। इस दौरान उन्होंने ग्रेटर नोएडा को स्मार्ट सिटी बनाने पर अपने विचार रखे।
“सेमिनार ऑन स्मार्ट सिटीज” कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि दर्दी विधायक तेजपाल नागर, जेवर विधायक धीरेन्द्र सिंह मौजूद रहे। बता दें कि इस वर्ष ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का 29वां स्थापना दिवस का कार्यक्रम 24 जनवरी से 28 जनवरी तक आयोजित किया गया। वहीं कार्यक्रम की थीम स्मार्ट एंड हैप्पी ग्रेटर नोएडा रखी गई।
स्थापना दिवस का आयोजन सम्राट मिहिर भोज पार्क में किया गया। सम्राट मिहिर भोज पार्क में इस बार स्थापना दिवस के कार्यक्रमों को पेशेवर एवं भव्य तरीके से ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने आयोजित किया। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा सभी वर्गों की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए इस बार अपने स्थापना दिवस को अनोखे ढंग में मनाया।
“सेमिनार ऑन स्मार्ट सिटीज” में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी नरेंद्र भूषण ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को स्मार्ट सिटी बनाने पर अपने विचार रखते हुए कहा है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण देश की नंबर वन स्मार्ट सिटी तभी बन पाएगा जब यहाँ के निवासी अपना योगदान एक अच्छे नागरिक के रूप में दें।
नरेंद्र भूषण ने कहा, एक अच्छे शहर के लिए जो व्यवस्था होनी चाहिए वह ग्रेटर नोएडा में उपलब्ध हैं। यहां मेट्रो है, एयरपोर्ट बनने जा रहा है, चौड़ी सड़कें, बेहतर रोड मैप, औद्योगिक हब, शिक्षा का हब, समेत वे सारी सुविधाएं हैं जो एक स्मार्ट सिटी के लिए चाहिए। वहीं उनका कहना है कि प्राधिकरण के लिए इन सब सुविधाओं को मेंटेन करके रखना बड़ी चुनौती है लेकिन प्राधिकरण इसके लिए पूरी तरह से तैयार है।
उनका कहना है कि प्राधिकरण में सभी प्रक्रिया ऑनलाइन कर दी गई हैं। कैसी भी समस्या हो, नागरिक ऑनलाइन शिकायत कर सकेंगे। वही शिकायत के साथ अगर नागरिकों द्वारा सुझाव भी दिया जाए तो और भी बेहतर होगा। जिससे समस्या से निपटने में आसानी होगी। उनका कहना है कि ग्रेटर नोएडा के नागरिकों को स्मार्ट होना होगा तभी शहर स्मार्ट बन सकेगा। अगर आपके आसपास कोई समस्या दिखे तो उसके समाधान के साथ शिकायत करें। अब ऐसा सिस्टम है कि 24 से 36 घंटे के अंदर अधिकारीयों द्वारा संज्ञान लेकर समस्या का निस्तारण त्वरित गति से किया जाएगा।
18 गाँवों में वाई-फाई सुविधा :-
उन्होंने कहा कि सेक्टरों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए भी विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। प्राधिकरण द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के लिए वाई-फाई सुविधा मुहैया कराई जाएगी। सीईओ का कहना है कि यह सुविधा अभी पायलट प्रोजेक्ट के तहत चिन्हित किए गए 18 गाँवों में शुरू की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्र के लोग हर दिन 45 मिनट फ्री वाई-फाई इस्तेमाल कर सकते है। चूँकि, इंटरनेट एक बड़ा हथियार बनकर उभरा है। यह आज कल प्रत्येक नागरिक की जरूरत है। उनका कहना है कि बाद में यह योजना ग्रेटर नोएडा के सभी गाँवों में शुरू की जाएगी। ग्रामीण क्षेत्रों के शहरीकरण के लिए कागजों में तैयार कर ली गई है। आने वाले महीनों में धरातल पर विकास देखने को मिलेगा।
वहीं इस दौरान सांसद डॉ महेश शर्मा ने कहा कि ग्रेटर नोएडा देश का गौरव है यह सपनों का शहर है और मैं समझता हूं कि 29 वर्षों का समय कम नहीं तो ज्यादा भी नहीं है। बहुत कुछ हुआ है लेकिन बहुत कुछ होना बाकी है। यहां की सुरक्षा व्यवस्था में गुणात्मक परिवर्तन आया है। 3 एयरपोर्ट के माध्यम से शहर की कनेक्टिविटी बनी है, मेट्रो का जाल बना है। लेकिन अभी मैं सोचता हूं कि आर्थिक स्थिति के कारण इस शहर में अभी थोडा काम रूका है।
सफाई, इंफ्रास्ट्रक्चर, ग्रीनरी मेंटेनेंस, रोड मेंटेनेंस समेत बहुत सारी ऐसी चीजें हैं जो किए जाना बाकी है। हालांकि यह शहर योजनाबद्ध तरीके से बसाया गया है, यहां की सड़कें भविष्य के उपयोग के लिए बनाई गई हैं। आने वाले समय में जब यहां एयरपोर्ट बनेगा तब विकास की गति बहुत तेज भागेगी विश्वास है जो यहां के नागरिकों के साथ मिलकर स्मार्ट सिटी बनाने की हमने एक परिकल्पना की थी हम उसमें जरूर कामयाब होंगे।
गांव में किसानों की अनदेखी पर सांसद ने कहा कि अगर यहां रहने वाला प्रत्येक व्यक्ति संतुष्ट नहीं है तो उसे हम सर्वांगीण विकास नहीं कह सकते हैं लेकिन अब किसानों और ग्रामीण क्षेत्रों के हित में कार्य किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा की आबादी की समस्या, मुआवजे की समस्या का तुरंत निवारण होना चाहिए और काफी कुछ हुआ भी है। किसानों के विकास के साथ ही यहां का सर्वांगीण विकास हो सकता है।
जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने कहा कि ग्रेटर नोएडा में लंबे समय से बायर्स का मुद्दा चला आ रहा है जिन लोगों ने अपनी जिंदगी की जमा पूंजी घर खरीदने में लगा दी। उन्हें अब तक उनके सपनों का आशियाना नहीं मिल पाया है। लेकिन सरकार ने स्ट्रेस फंड जारी कर बायर्स को एक उम्मीद दी है। वही उनका कहना है कि यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में थीम पार्क बनने जा रहा है जिसमें लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। वही उनका कहना है कि स्मार्ट सिटी की तर्ज पर स्मार्ट विलेज बनाए जाने चाहिए।
दादरी विधायक तेजपाल नागर ने भी ग्रामीण विकास न होने की शिकायत के साथ अधिकारियों से कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध कॉलोनियां बसी हुई हैं जिन पर प्राधिकरण को ध्यान देने की जरूरत है। वहीं उनका कहना है कि यहां के किसानों ने यहां के विकास में योगदान दिया है लेकिन अब उनके बच्चों को यहां पर रोजगार नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि रोजगार पर पहला हक किसानों के बच्चों को दिया जाना चाहिए। अभी तक इस हक से किसान वंचित रहे हैं।