बड़ी कार्यवाही : हाथरस मामले में एसपी, सीओ, इंस्पेक्टर समेत अन्य पुलिसकर्मी निलंबित, डीएम पर लटकी तलवार
ABHISHEK SHARMA
हाथरस में हुए सामूहिक दुष्कर्म मामले में योगी सरकार एक्शन मोड में आ गई है। शुक्रवार रात सरकार ने हाथरस मामले में लापरवाही बरतने के चलते एसपी विक्रांत वीर, सीओ और इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
इनके अलावा चंद कुछ अन्य पुलिसकर्मियों को भी सस्पेंड किया गया है। डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार पर कार्रवाई की तलवार लटकी है। इसके साथ ही शामली के एसपी विनित जायसवाल को हाथरस एसपी के तौर पर जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें तत्काल पदभार ग्रहण करने के निर्देश दिए हैं, जिसके बाद उन्होंने देर रात पदभार ग्रहण किया है।
बता दें कि इस मामले में शुरुआत से लेकर अभी तक प्रशासनिक लापरवाही सामने आई है। विवाद थमता न देख मुख्यमंत्री कार्यालय ने सीधा हस्तक्षेप किया और डीएम, एसपी के खिलाफ विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी।
पूरे मामले में डीएम और एसपी की भूमिका को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बहुत नाराज हैं। माना जा रहा था कि किसी भी वक्त हाथरस के डीएम और एसपी को सस्पेंड किया जा सकता है।
हालांकि अभी डीएम पर कार्रवाई को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं है। हाथरस के जिला अधिकारी प्रवीण कुमार लक्ष्कार की भूमिका शुरुआत से ही संदिग्ध रही है। मृतक लड़की के परिवार ने डीएम पर बेहद गंभीर आरोप लगाए।
डीएम पर पीड़िता की भाभी ने आरोप लगाया था कि डीएम ने उनके ससुर से कहा है कि अगर तुम्हारी बेटी अभी कोरोना से मर जाती तो क्या तुम को मुआवजा मिल पाता? इसके बाद से ही डीएम के खिलाफ कार्रवाई की आवाज उठ रही है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही डीएम की भूमिका पर भी एक्शन लिया जा सकता है।