बयानों तक ही सीमित है होम डिलीवरी सर्विस, गौतमबुद्धनगर की जमीनी हकीकत कुछ और ही है
Abhishek Sharma
गौतम बुद्ध नगर में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार जारी है। यहां मरीजों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। वर्तमान में जिले में कोरोना वायरस के 60 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं। जिसके मद्देनजर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीती शाम प्रदेश के 15 जिलों के हॉटस्पॉट सील करने के आदेश दिए हैं।
यहां लोगों के घर से बाहर निकलने हैं राशन की दुकानें हैं समेत सभी सुविधाएं बंद कर दी गई हैं। वहीं गौतम बुध नगर में 22 हॉटस्पॉट चिन्हित किए गए हैं। जिनको सील कर दिया गया है। ऐसे में लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मरीजों को दवाई नहीं मिल पा रही है। लोगों को राशन, दूध जैसी आवश्यक सामग्री उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं।
लोगों की शिकायतें आ रही हैं की सिर्फ कागजों में ही लोगों को आवश्यक सामग्री मुहैया कराई जा रही है, जबकि इसकी जमीनी हकीकत कुछ और है। लोगों को दवाई , सब्जी , दूध आदि की आपूर्ति नहीं हो पा रही है। नोएडा प्राधिकरण का आपूर्ति ऐप भी इसमें फेल होता नजर आ रहा है।
नोएडा के सेक्टर 78 में रहने वाले एडवोकेट दिवाकर सिंह का कहना है कि नोएडा आपूर्ति ऐप पर उन्होंने दवाइयों के लिए लोगों से संपर्क किया लेकिन किसी ने दवाई भेजने के लिए मना कर दिया। कहीं दवाई उपलब्ध नहीं है, वहीं कुछ लोग बात को टाल रहे हैं।
इस और नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों व जिला प्रशासन को ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि नोएडा आपूर्ति ऐप पर जो स्टोर लिस्टेड हैं वे ₹500 से कम के सामान की डिलीवरी नहीं कर रहे हैं। अगर किसी को दूध मंगाना हैं तो भी कम से कम ₹500 का सामान तो मंगाना ही पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि उनको ह्रदय संबंधित समस्या है , जिसकी दवाई लेना उनके लिए बेहद आवश्यक है। उसके बावजूद भी उनको ऑनलाइन स्टोर पर उनको दवाई नहीं मिल पा रही है।
ग्रेटर नोएडा ओमेगा वन सेक्टर के निवासी संजीव राणा का कहना है कि कल से पहले तक यहां पर जरूरी सामान की आपूर्ति वैन के माध्यम से की जा रही थी। सील डाउन होने के बाद जरूरी सामानों की डिलीवरी बंद कर दी गई है। जबकि सरकार का कहना है कि सभी आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी घर पर कर दी जाएगी। आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी बंद करने से यहां हजारों लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
विनोद शर्मा का कहना है कि नोएडा प्राधिकरण के ऐप में चौधरी स्टोर का नाम है, इसका नम्बर मिलाने पर कोई रेस्पांस नही है, यह भी आ रहा है कि यह नम्बर उपलब्ध नही है।
नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी भी तू माहेश्वरी ने आज एक वीडियो जारी करते हुए लोगों को संदेश भेजा है कि जो नॉन सील एरिया हैं, वहां पहले की तरह ही आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति हो रही है। वही जो हॉटस्पॉट सील किए गए हैं। उनके लिए प्राधिकरण ने वंडर्स के नंबर जारी किए हैं। जिनके द्वारा दूध, फल, सब्जी, दवाई की आपूर्ति की जा सकती है।
अब बडा सवाल यह उठता है कि जब उच्च एवं मध्यवर्गीय लोगों के साथ इतनी सारी समस्याएं आ रही हैं , तो उन लोगों का क्या हाल हो रहा होगा जो झोपड़ी-झुग्गियों में रहकर गुजारा कर रहे हैं। क्या वे इतने काबिल हैं कि जिला प्रशासन, नोएडा, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण द्वारा बनाई गई ऐप को डाउनलोड कर उसके जरिए सामान मंगा सकते हैं?
वहीं नोएडा प्राधिकरण ने जो ऐप बनाया है , उसमें सिर्फ आवश्यक वस्तुओं की डिलीवरी करने वाले स्टोर्स एवं वंडर्स के नाम व नंबर दिए गए हैं। प्राधिकरण ने उनसे किसी प्रकार का कोई टाईअप नहीं किया है। उसके बावजूद आला अधिकारियों द्वारा वीडियो जारी कर लोगों को संदेश दिया जा रहा है कि यहां-वहां से आपको आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जाएगी। ऐसे में जिला प्रशासन व प्राधिकरण के सारे दावे फेल होते दिखाई दे रहे हैं।