हैदराबाद केस : रेप के आरोपियों को इससे भी कड़ी सजा दी जाए, देश की बेटियों ने की मांग

ABHISHEK SHARMA / BAIDYANATH HALDER

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Greater Noida : हैदराबाद में 26 वर्षीय महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप व हत्या के चारों आरोपी आज सुबह पुलिस एनकाउंटर में मारे गए।  इस खबर पर जहां कुछ लोग खुशी जता रहे हैं तो वहीं कुछ लोग सवाल भी खड़े कर रहे हैं।  पुलिस अधिकारियों ने कहा कि चारों आरोपियों को शादनगर के पास क्राइम सीन रिक्रिएट करने के लिए सुबह 3.30 बजे ले जाया गया था लेकिन उन्होंने कस्टडी से भागने की कोशिश की।

 

साइबराबाद पुलिस कमिश्नर वीसी सज्जनार ने बताया कि चारों आरोपी पुलिस के साथ एनकाउंटर में मारे गए। वहीं एक अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस दौरान दो पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।  हालांकि, उन्होंने ये नहीं बताया कि कस्टडी में रहे आरोपियों के पास हथियार कहां से आए।

 

जिस जगह पर एनकाउंटर हुआ, वहां पर सिर्फ एक घर है। उस घर के एक सदस्य ने बताया कि सुबह 4 बजे के आस-पास उन्होंने चार पांच आवाजें सुनीं जो फायरिंग की थीं। पुलिस एनकाउंटर में चारों आरोपी मार गिराए गए तो वहां के लोगों ने मिठाइयां खिलाईं और फूलों की बारिश की।

हैदराबाद में हुए एनकाउंटर के बाद लोगों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी है। वहीं इस मामले को लेकर टेन न्यूज़ ने गलगोटिया कॉलेज के विद्यार्थियों से बातचीत कर उनकी राय जानी।

 

छात्राओं का कहना है कि हैदराबाद में हुए रेप  व हत्याकांड के आरोपियों को आज सुबह पुलिस ने जो सजा दी है, वह बेहद जरूरी थी। आजकल अक्सर देखा जाता है कि लोग बिना सोचे समझे रेप जैसी घिनौनी वारदात को अंजाम देते हैं। क्योंकि हमारे देश  की कानून व्यवस्था  इतनी लचर है कि लोग रेप की घटना को अंजाम देकर भी बच जाते हैं।

 

क्या अब निर्भया कांड के आरोपियों की बारी है?
दिल्ली में निर्भया कांड के आरोपी अभी तक जिंदा हैं, यह समाज के लिए शर्मनाक बात है। जिस तरह से डॉक्टर रेड्डी के बलात्कारियों को पुलिस ने गोली मारी है उसी तरह से रेप करने वाले अन्य दरिंदों को लोगों के हवाले कर देना चाहिए या उन्हें बीच चौराहे पर लटका कर फांसी दे देनी चाहिए।
देश की कानून व्यवस्था लचर:- 
वही को छात्राओं का कहना है कि हमारे देश का कानून इतना ढीला है कि अगर कोई अपराधी अपराध कर दे तो आठ 10 साल तो सुनवाई में लग जाते हैं। उसके बाद भी अगर कोर्ट फांसी की सजा सुनाता है तो अपराधी उसके खिलाफ भी अर्जी डाल कर अपनी सजा कम करा देते हैं।

 

उनका कहना है कि रेप जैसे मामलों में जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए और कार्रवाई इस तरह की हो कि आरोपियों की रूह कांप उठे और अन्य लोगों में भी डर पैदा हो कि इस तरह की  घटनाएं कारित करने का अंजाम क्या होता है।
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