मोहिनीअट्टम संवाद में शास्त्रीय नृत्यों की अनूठी प्रस्तुति ने जीता सबका दिल
Talib Khan (Photo/Video) By Lokesh Goswami Ten News
शास्त्रीय नृत्यों की अनूठी प्रस्तुति ने जीता सबका दिल शुक्रवार की शाम नृत्य प्रेमियों के लिए अद्भुत रही। मौका था सेंटर फॉर मोहिनीअट्टम (सीएफएम) द्वारा मोहिनीअट्टम और अन्य शास्त्रीय नृत्यों के संयुक्त स्वरूप ‘संवाद’ का, जहां गुरु भारती शिवाजी की शिष्याओं ने अपने कला-कौशल से उपस्थित दर्शकों को भाव-विभोर किया। इंडिया हैबिटेट सेंटर, लोधी रोड में आयोजित इस कार्यक्रम में कलाकारों का समर्पण और प्रदर्शन देखते ही बनता था।
अपनी तरह की इस नृत्य संध्या में विनय नारायणन (मोहिनीअट्टम), अन्वेषा महंत (सत्रिया), कविता द्विवेदी (ओडिसी), मंजुला मूर्ति (मोहिनीअट्टम), बिंबावती देवी (मणिपुरी), मोम गांगुली (मोहिनीअट्टम), वाणी भल्ला पहवा (मोहिनीअट्टम) और राकेश साई बाबू (छऊ) का शानदार संवाद देखने को मिला।
इस अवसर पर गुरु भारती शिवाजी ने कहा, “मेरा प्रयास सदैव से रहा है कि मोहिनीअट्टम को उसकी सीमाओं से बाहर विस्तार दिया जाए और समृद्ध किया जाए। इसकी खूबियों और प्रक्रियाओं से मेल खाने वाली अन्य नृत्य विधाओं के साथ इसके संयोग और विस्तार की संभावनाएं तलाशना भी मेरा प्रयास रहा है। अन्य नृत्यों के साथ मोहिनीअट्टम को समाहित करने के इसी लक्ष्य की दिशा में ‘संवाद’ एक कदम है।“ ‘संवाद’ यह दर्शाता है कि कैसे अलग-अलग होने के बाद भी विभिन्न नृत्य विधाएं एक-दूसरे के पूरक की तरह प्रस्तुति को आकर्षक बनाती हैं। पद्मश्री भारती शिवाजी के नेतृत्व और विजयलक्ष्मी के निर्देशन में सेंटर फॉर मोहिनीअट्टम (सीएफएम) मोहिनीअट्टम को नए आयाम देने की दिशा में उल्लेखनीय भूमिका निभा रहा है। नृत्य के क्षेत्र में हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने में सीएफएम प्रयासरत है। सीएफएम ने बोलशोई थिएटर, लिंकन सेंअर और कई अन्य अंतरराष्ट्रीय नृत्य महोत्सवों में भी प्रस्तुति दी है।