नई दिल्ली :– कोरोना के कारण हुई तालाबंदी से पहले न्यूजीलैंड से भारत लौटे हज़ारों छात्र और वर्क परमिट वाले नौजवान दुविधा में हैं। आपको बता दें कि न्यूजीलैंड ने भारतीय छात्रों के लिए वापसी के रास्ते फिलहाल बंद कर रखे हैं। इससे परेशान होकर वर्क परमिट वाले युवाओं और छात्रों ने जंतर मंतर पर न्यूजीलैंड सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया ।
जंतर मंतर पर एकत्रित छात्र और वर्क परमिट वाले युवाओं ने बताया कि वह तालाबंदी के पहले भारत लौट आए थे। आठ माह बीतने के बाद भी न्यूजीलैंड की सरकार ने उनकी वापसी के लिए अनुमति नहीं दी है। इससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है।
साथ ही उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड में किराए पर लिए गए घर और गाड़ियों के इंश्योरेंस के पैसे अदा करने पड़ रहे हैं, जिसका मासिक खर्च 25 से 30 हजार रुपये है। इसके अलावा कई छात्रों के वीजा की अवधि भी समाप्त होने के करीब है।
न्यूजीलैंड सरकार ने जल्द वापसी की अनुमति न दी तो उनकी दिक्कतों में बढ़ोतरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड सरकार खिलाड़ियों, कलाकारों को आने की अनुमति तो दे चुकी है, किंतु छात्रों को नहीं दी जा रही है।
नौजवानों ने बताया कि वह समस्या से काफी ज्यादा परेशान है , उनकी नौकरी भी खतरे में है । हम बेरोजगारी की तरफ जा रहे है , हमारे सारे डॉक्यूमेंट न्यूज़ीलैंड में है । हम सरकार चाहते है कि वो हमें वापिस बुलाए , जिससे हम अपना रोजगार शुरू कर सके ।