‘इंडियन इंफोटेनमेंट मीडिया कॉरपोरेशन’ की ओर से दिल्ली में 14 दिसंबर को ‘इंटरनेशनल कोरोनावायस शॉर्ट फिल्म फेस्टिवल’ का आयोजन किया गया है।
कार्यक्रम का आयोजन आज सुबह 11 बजे दिल्ली में कनाट प्लेस स्थित एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर में किया गया। जानकारी के अनुसार, कार्यक्रम की अध्यक्षता भारत सरकार के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने की। सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में 108 देशों की 2800 से ज्यादा फिल्मों ने हिस्सेदारी निभाई। इन फिल्मों की स्टोरी कोरोनावायरस से बचाव और कोविड-19 के दौरान जीवनचर्या पर आधारित है।
सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अपने संबोधन में कहा कि आज ऐसा दौर आ गया है कि कोरोना वायरस पर अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। लोगों ने कोरोना वायरस पर 2,855 शार्ट फिल्में बनाकर भेजी हैं। इसमें 108 देशों के लोगों ने हिस्सा लिया है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस महामारी जैसे गंभीर विषय पर शार्ट फिल्म मूवी बनाकर लोगों में जागरूकता फैलाना भी एक अभियान की तरह है।
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि कोरोनावायरस के टीके जल्द ही भारत में उपलब्ध होंगे। मैं सभी से आग्रह करता हूं कि एंटी बॉडीज बनाने से पहले अपनी सुरक्षा को कम न होने दें और प्रशासित वैक्सीन की दूसरी खुराक भी जरूर लें।
वहीं केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने अपने संबोधन में कहा कि कोरोना जैसी महामारी के दौरान भारत में सरकार, समाज, सिनेमा ने साहस, संयम, सावधानी, संकल्प एवं समर्पण के साथ अपनी अपनी जिम्मेदारी प्रभावी रूप से निभाई है। इसमें जागरूकता से भरपूर लघु फिल्म का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
आईआईएमसी के चेयरमैन देवेंद्र खंडेलवाल ने अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने जब पहली शार्ट फिल्म बनाई थी तो उस वक्त तक लोग इसके बारे में जानते भी नहीं थे। मैं अपनी पहली शार्ट फिल्म को लेकर लोगों के पास गया लेकिन कहीं से कोई सफलता हाथ नहीं लगी। वही आज के दौर में शार्ट फिल्म का चलन है, 3 घंटे की फिल्म बनाने से कठिन शॉर्ट फिल्म बनाना है। शार्ट फिल्म के जरिए समाज को बेहतर संदेश दिया जा सकता है, यह मेरा मानना है।
वरिष्ठ पत्रकार एवं पदमश्री डाॅ आलोक मेहता ने वोट ऑफ थैंक्स में कहा कि सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को शार्ट फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए आगे आना होगा, ताकि लोग शार्ट फिल्मों में भी अपना करियर बना सकें।
पद्मश्री से अलंकृत व वरिष्ठ पत्रकार आलोक मेहता, जाने-माने सिंगर सोनू निगम, राज्यसभा टीवी के सीईओ मनोज पांडे, फिल्म कलाकार गजेंद्र चौहान समेत जूरी बोर्ड में तमाम जानी-मानी हस्तियां शामिल रही।