अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर एनएमआरसी ने दिया महिलाओं को तोहफा ,  दो मेट्रो स्टेशन हुए पिंक स्टेशन में तब्दील 

ROHIT SHARMA / HARINDER SINGH

Galgotias Ad

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2020 के अवसर पर एनएमआरसी की प्रबंध निदेशिका रितु माहेश्वरी ने एक्वा लाइन के सभी महिला यात्रियों को एक्वा लाइन कॉरिडोर के दो स्टेशन नामक सेक्टर 76 और परीचौक मेट्रो स्टेशन को पिंक स्टेशन के रूप में अनावरण करके महिलाओं को एक विशेष उपहार दिया |

इस विशेष अवसर पर मुख्यथिति के रूप में राजीव गौबा (कैबिनेट सचिव, भारत सरकार) की पत्नी पम्मी गौबा, वशिष्ट अतिथि के रूप में नोएडा अथॉरिटी के चैयरमेन आलोक टंडन की पत्नी रीना टंडन उपस्थित रहीं। इस अवसर पर एनएमआरसी के वरिष्ठ अधिकारी और नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी भी उपस्थित थे।

आपको बता दे कि एक्वा लाइन के सेक्टर 76 और परी चौक मेट्रो स्टेशन अब महिलाओं के लिए एक पसंदीदा स्थान बन जाएगा | इसमें विशेष रूप से एक्वा लाइन की महिला यात्रियों के लिए कई अतिरिक्त सुविधाएं उपलब्ध होंगी |

जैसे कि बेबी फीडिंग रूम, बेबी डायपर चेंजिंग रूम और मेक अप / चेंजिंग रूम और सेल्फी प्वाइंट, जो महिला यात्रियों के लिए आवागमन को आसान बनाएगा और उन्हें उनके बच्चे की देखभाल की जिम्मेदारियों के अलावा उनकी दैनिक व्यावसायिक / व्यक्तिगत गतिविधियों का प्रबंधन करने के लिए भी सशक्त बनाएगा , खासबात यह है की ये सभी सुविधाएं सभी महिला यात्रियों के लिए पूरी तरह से मुफ्त में उपलब्ध हैं।

वही अथिति द्वारा असाधारण कार्य और संगठन के सुचारू कामकाज को सुनिश्चित करने में अमूल्य योगदान के लिए विभिन्न विभागों से एनएमआरसी की कुछ उत्कृष्ट महिला कर्मचारियों को सम्मानित किया। एमडी, एनएमआरसी ने महिला कर्मचारियों को उनके उद्देश्य और आकांक्षाओं को प्राप्त करने में सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की मदद का आश्वासन दिया |

मुख्यथिति के रूप में राजीव गौबा (कैबिनेट सचिव, भारत सरकार) की पत्नी पम्मी गौबा ने गणमान्य लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा की आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर यह कार्यक्रम काफी अद्भुत रहा है | खासबात यह है की महिला को लेकर एनएमआरसी ने दो स्टेशन महिलाओं के लिए बना दिया है , जिसमे सारी सुविधाएं है |

वही दूसरी तरफ रितु माहेश्वरी ने सभी को सम्बोधित करते हुए कहा की महिलाएँ आज एनएमआरसी में कुल कर्मचारियों की संख्या का 20-25% हिस्सा है। सभी महिलाओं ने हमेशा समय-समय पर अपनी ताकत, समर्पण और दृढ़ संकल्प दिखाया है और हमेशा साबित किया है कि वे मेट्रो के किसी भी स्तर पर पुरुषों के बराबर हैं चाहे वह मेट्रो ट्रेनों को चलना हों, स्टेशन की गतिविधियों को नियंत्रित करना हो, रखरखाव कार्य, रोलिंग स्टॉक एंड ट्रैक्शन, सिविल, ओएचई, ऑपरेशन कंट्रोल सेंटर का कार्य  हो।

एक समान अवसर नियोक्ता के रूप मे एनएमआरसी वास्तव में आज अपनी सफलता में महिलाओं के योगदान को महत्व देता है और मानता है कि इसके संचालन में महिलाओं ने महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है जो किसी भी क्षेत्र में पुरुषों के योगदान से कम नहीं है।

वही इस मामले में एनएमआरसी की प्रबंध निदेशिका रितु माहेश्वरी ने बताया की इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम ‘इच फॉर इक्वल’ है | जो जीवन के सभी क्षेत्रों में लैंगिक समानता की आवश्यकता के लिए संदेश देती है।

साथ ही उन्होंने कहा की एनएमआरसी की यह नई पहल इस संदेश को आगे ले जाने का प्रयास करती है और महिलाओं को एक सही कार्य-जीवन संतुलन बनाने में सक्षम बनाती है ताकि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में कोई भी सुनहरा अवसर ना छोड़ें चाहें वह अवसर पेशेवर हों या व्यक्तिगत।

पिंक स्टेशनों पर उपलब्ध सुविधाओं के अलावा, एक्वा लाइन के सभी 21 स्टेशनों पर सेनेटरी नैपकिन वेंडिंग मशीनें भी लगाई गई हैं। ये मशीनें सेनेटरी नैपकिन को मुफ्त में वितरित करेंगी। महिलाओं को इस सुविधा का उपयोग करने के लिए कोई भुगतान करने की आवश्यकता नहीं है। इस मशीन को संचालित करने के टोकन सभी स्टेशनों के कस्टमर केयर काउंटर पर उपलब्ध होंगे। इन मशीनों को मास्स एनजीओ ने अपने अभियान निर्मल्य – एक कोमल पहल के तहत स्थापित किया है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.