कमिश्नर का कार्यालय सूरजपुर में ही हो, विधायक धीरेन्द्र सिंह ने डीजीपी से की बात
ABHISHEK SHARMA
Greater Noida : गौतमबुद्ध नगर में पुराने पुलिसिंग सिस्टम को बदलकर कमिश्नर ऑफ पुलिस सिस्टम लागू किया गया है। जिसके बाद पुलिस कमिश्नर ने अपना कार्यालय नोएडा के सेक्टर-108 में बनाने का निर्णय लिया है। इसके खिलाफ अधिवक्ता , सामाजिक संगठन और जिले के लोग आवाज उठा रहे हैं।
वहीं इसी मामले को लेकर ग्रेटर नोएडा, दादरी, ग्रेटर नोएडा वेस्ट और जेवर के तमाम लोग विधायक धीरेंद्र सिंह से मिले और कहा कि पुलिस कमिश्नर का कार्यालय जिला मुख्यालय पर ही होना चाहिए। जन भावनाओं को देखते हुए धीरेंद्र सिंह ने पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह से फोन पर बात की और कहा कि पुलिस कमिश्नर का कार्यालय ग्रेटर नोएडा में ही स्थापित किया जाए।
विधायक ठाकुर धीरेंद्र सिंह ने डीजीपी को बताया कि पुलिस कमिश्नर का कार्यालय नोएडा के सेक्टर-108 में बनाने का लोग विरोध कर रहे हैं। इसी बात को लेकर रविवार की सुबह सामाजिक संगठन मेरे पास आए हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस कमिश्रर का कार्यालय नोएडा के सेक्टर-108 में बनाने की योजना पर काम चल रहा है। सेक्टर-108 पूरे शहर से अलग-थलग एक कोने में है। जिसकी दूरी गौतमबुद्ध नगर के बहुत सारे गांवों और कस्बों से बहुत ज्यादा होगी। दर्जनों गांव तो 70 किलोमीटर से भी ज्यादा दूर हो जाएंगे।
धीरेंद्र सिंह ने बताया कि इससे भी बड़ी समस्या यह है कि सेक्ट-108 तक पहुंचने के लिए सार्वजनिक यातायात व्यवस्था भी पूरे जिले में उपलब्ध नहीं है। मुख्यालय तक पूरे जिले की पहुंच होनी चाहिए। ऐसे में आम आदमी कमिश्नर के कार्यालय कैसे पहुंच पाएगा। अभी फिलहाल जिला गौतमबुद्ध नगर का मुख्यालय सूरजपुर में है।
जिलाधिकारी कार्यालय , पुलिस मुख्यालय और जिला न्यायालय एक साथ बने हुए हैं । इससे लोगों को सरकारी कामकाज निपटाने में बड़ी सहूलियत मिलती है। उनका कहना है कि पुलिस कमिश्रर सीआरपीसी के तहत बड़ी संख्या में मुकदमों पर भी सुनवाई करेंगे।
जिले के वकील सूरजपुर जिला न्यायालय और कलेक्ट्रेट में बैठते हैं। यहां से नए कार्यालय की दूरी करीब 30 किलोमीटर होगी। मुकदमों की पैरवी करने के लिए वकीलों और वादी को बड़ी असुविधा का सामना करना पडेगा।
विधायक धीरंद्र सिंह ने बताया कि डीजीपी ने कहा है कि अभी अस्थाई रूप से पुलिस कमिश्रर का कार्यालय नोएडा सेक्टर – 108 में बनाने पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि ऐसा कोई काम नहीं किया जाएगा , जिससे जिले के लोगों को असुविधा हो । वहीं इस मामले को लेकर विधायक धीरेन्द्र सिंह ने मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखकर लोगों की मांग पर कार्रवाई करने की मांग की है।