अरविंद केजरीवाल का बयान , पराली की समस्या का हल दिल्ली के पास , कम पैसो में होगा समाधान , केंद्र सरकार जल्द लागू करें

Rohit Sharma

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नई दिल्ली :– अरविंद केजरीवाल ने आज प्रेस वार्ता करते हुए केंद्र सरकार से अपील की है । उन्होंने कहा है कि दिल्ली सरकार ने पूसा निर्मित बायो डिकॉम्पोज़र का छिड़काव मुफ़्त में 2000 एकड़ खेतों की ज़मीन पर किया था। पूसा ने 24 गांवों की ज़मीन से जब सैंपल 20 दिन बाद लिए तो 95% पराली खाद बन चुकी थी। जिसकी केंद्र सरकार लागू करें , जिससे पर्यावरण सुरक्षित रह सके ।

 

दिल्ली में पिछले तकरीबन एक महीने से कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है। दिल्ली में रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आए तो 24 घण्टे में सबसे ज्यादा मौतों का रिकॉर्ड बना। इस बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण में बढ़ोतरी की वजह पंजाब और हरियाणा में पराली जलाया जाना है।

डिजिटल पत्रकार वार्ता के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। इसे नियंत्रित करने के लिए हम कई कदम उठा चुके हैं और अगले सप्ताह तक हम कई कदम उठाने जा रहे हैं।

हमें उम्मीद है कि अगले सप्ताह तक कोरोना पर काबू हो जाएगा। दिल्ली में कोरोना नियंत्रित हो गया था, मगर अब फिर बढ़ रहा है। प्रदूषण भी इसका एक बड़ा कारण है। इसे लेकर हम चिंतित हैं।

अरविंद केजरीवाल ने आज प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि पराली को खाद में बदलने वाली बायो-डिकम्पोज़र तकनीक दिल्ली में कामयाब रही। अब वक्त आ गया है कि सभी सरकारें इसे लागू कर किसानों की मदद करें।

 

दिल्ली सरकार ने पूसा निर्मित बायो डिकॉम्पोज़र का छिड़काव मुफ़्त में 2000 एकड़ खेतों की ज़मीन पर किया था। पूसा ने 24 गांवों की ज़मीन से जब सैंपल 20 दिन बाद लिए तो 95% पराली खाद बन चुकी थी।

 

अब किसी भी सरकार के पास पराली की समस्या को लेकर कोई बहाना नहीं है। केंद्र सरकार ने दिल्ली और एनसीआर की हवा को साफ करने के लिए एयर क्वालिटी कमीशन बनाया है।

 

दिल्ली सरकार औपचारिक रूप से उनके सामने बायो डिकॉम्पोज़र की रिपोर्ट रख कर, उनसे निवेदन करेगी कि आप सभी राज्यों को बायो डिकॉम्पोज़र का प्रयोग करने का आदेश दे।

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