ग्रेटर नॉएडा प्राधिकरण के दफ्तर के बाहर नेफोवा ने कई फ्लैट खरीदारों की उपस्थिति में GNIDA के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
आज दोपहर लगभग 2 बजे ग्रेटर नॉएडा प्राधिकरण के दफ्तर के बाहर नेफोवा ने कई फ्लैट खरीदारों की उपस्थिति में GNIDA के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया । यह विरोध ग्रेटर नॉएडा वेस्ट के फ्लैट खरीदारों की समस्याओं को लेकर ग्रेटर नॉएडा प्राधिकरण के उदासीन रवैये को लेकर थी । गुलशन आई होम्स तथा सुपरटेक इको विलेज II के कई फ्लैट खरीदार इस प्रदर्शन में अपनी आवाज़ उठाने के लिए शामिल हुए । दोनों ही प्रोजेक्ट शाहबेरी के अंतर्गत आते है, जिनका अधिग्रहण कोर्ट के आदेश से जुलाई 2011 में ही रद्द कर दिया गया था । लेकिन तब बिल्डर ने फ्लैट खरीदारों को यह भरोसा दिलाया कि उनके प्रोजेक्ट तथा फ्लैट को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया जायेगा । यह कहकर दोनों ही बिल्डर्स ने न ही किसी फ्लैट खरीदार को उनका पैसा लौटाया और न ही कैंसलेशन लेटर भेजा । करीब साल भर पहले अगस्त 2012 के बाद मास्टर प्लान पास होने तथा ग्रेटर नॉएडा वेस्ट में निर्माण की प्रक्रिया शुरू होने के बाद गुलशन आई होम्स प्रोजेक्ट को बिल्डर ने रद्द करते हुए अपने बायर्स को कैंसलेशन लेटर भेज दिया वहीँ सुपरटेक ने भी इको विलेज II के कई फ्लैट खरीदारों की बुकिंग रद्द कर दी । इस बीच ग्रेटर नॉएडा वेस्ट में फ्लैट की कीमत लगभग दोगुनी बढ़ चुकी थी । नेफोवा का यह कहना है कि अगर फ्लैट या प्रोजेक्ट कैंसिल ही करने थे , तो जुलाई 2011 में कोर्ट के आदेश के तुरंत बाद क्यों नहीं कर दिए गए । ऐसा होने से लोग पुरानी रेट से दूसरे फ्लैट खरीद सकते थे। क्यों बिल्डर्स ने डेढ़ साल तक बायर्स का पैसा रोके रखा ? क्यों बिल्डर्स ने बायर्स को झूठे आश्वासन दिए ? इन सब सवालों को लेकर हम कई बार बिल्डर्स से मिले , पर जब कोई हल नहीं मिला तो हमने ग्रेटर नॉएडा प्राधिकरण के CEO श्री रमा रमन के सामने इस मुद्दे को उठाया । फरबरी और मार्च महीने में प्राधिकरण के दफ्तर में नेफोवा के साथ हुई मीटिंग में श्री रमा रमन ने गुलशन आई होम्स के बिल्डर को फ्लैट खरीदारों को दुसरे प्रोजेक्ट में शिफ्ट करने का निर्देश भी दिया था । लेकिन उसके बावजूद कोई हल निकलकर सामने नहीं आया । गुलशन होम्स अपना नया प्रोजेक्ट लांच कर चूका है और बढे हुए दर पर नए ग्राहको को फ्लैट बेच रहा है लेकिन पुराने फ्लैट खरीदारों को कोई राहत नहीं मिली । इस बीच नेफोवा ने कई पत्र इस सम्बन्ध में श्री रमा रमन को भेजे , लेकिन GNIDA की चुप्पी से यह साफ़ जाहिर हो गया कि बिल्डर्स और प्राधिकरण सब मिले हुए है । GNIDA के इस रवैये से फ्लैट खरीदार आक्रोशित है और इसी आक्रोश को दिखाने के लिए सभी नेफोवा के बैनर तले GNIDA के दफ्तर के बाहर भारी संख्या में जमा हुए । विरोध प्रदर्शन के बाद हमने GNIDA के CEO श्री रमा रमन के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा । प्रदर्शन के दौरान नेफोवा का प्रतिनिधित्व श्री अभिषेक कुमार ,इंद्रीश गुप्ता , सुमित सक्सेना, रविंदर जैन, सुखपाल सिंह,ए. एन. सिंह , सुबोध नरेंद्र इत्यादि ने किया ।
GNIDA पर प्रदर्शन के बाद नेफोवा के प्रतिनिधि ग्रेटर नॉएडा के एसएसपी ऑफिस गए जहाँ उन्होंने श्री अनूप सिंह , RTI कार्यकर्ता पर हुए जानलेवा हमले के आरोपी बिल्डर और कांट्रेक्टर के खिलाफ कड़ी कारवाई की मांग की तथा भ्रष्ट बिल्डर्स के खिलाफ आवाज उठाने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं की सुरक्षा की मांग की । हमने उन्हें बताया कि नेफोवा भ्रष्ट बिल्डर्स की मनमानियों तथा अनैतिक गतिविधियों के खिलाफ लगातार विरोध करता आया है और हमे भी कई बार बिल्डर्स से धमकियां मिलती रहती है । पुलिस और प्रशासन को ऐसे मामलो को गम्भीरता से लेना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाये दुहरायी न जाये । हमने श्री अनूप सिंह पर हुए हमले के विरोध में GNIDA के बाहर भी आवाज उठायी । नेफोवा मानती है कि ऐसी घटनाओं के लिए GNIDA भी उतनी ही जिम्मेदार है क्युकि निर्माण कार्य में मिलावटी सामानों के जांच की जिम्मेवारी GNIDA की भी बनती है। यदि इस मामले में GNIDA गम्भीर होती और निर्माण कार्य में प्रयुक्त होने वाले मैटेरियल्स को लेकर बिल्डर्स को सख्त निर्देश जारी किये होते तो शायद ऐसी घटना नहीं घटती । नेफोवा पदाधिकारियों ने इस सम्बन्ध में एसएसपी, ग्रेटर नॉएडा को एक ज्ञापन भी सौंपा । नेफोवा पदाधिकारी घायल श्री अनूप सिंह से मिलने कैलाश हॉस्पिटल भी गए और उनसे उनका हाल पूछा तथा मुश्किल की इस घडी में हर सम्भव मदद करने का भरोसा दिया ।