नेफ्रप्लस ने किया डायलिसिस ओलम्पियाड का आयोजन, समर्थित समुदाय में आत्मविश्वास के नवसंचार का लक्ष्य

ROHIT SHARMA

Galgotias Ad

NEW DELHI : भारत की सबसे बड़ी डायलिसिस डिलिवरी नेटवर्क, नेफ्रोप्लस ने आज नई दिल्ली स्थित त्यागराज स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स में विश्व के एकमात्र डायलिसिस ओलिम्पियाड के द्वितीय संस्करण का आयोजन किया। ओलिम्पिक शैली में संचालित यह आयोजन विशेषकर डायलिसिस पर चल रहे लोगों के लिए था, जिसमें देश के अलग-अलग हिस्सों से इस तरह के 800 लोगों ने भाग लिया।

आपको बता दे की नेफ्रोप्लस डायलिसिस पर चल रहे लोगों को यथासंभव सामान्य जीवन जीने, काम-काज करने, घूमने-फिरने और मस्ती करने को प्रोत्साहित करता है। इस दृष्टि को आगे बढ़ाते हुए डायलिसिस ओलिम्पियाड में क्रिकेट, दौड़, साइकिंलंग , बास्केटबाॅल, टेबुल टेनिस, सुडोकू और कैरम जैसे शृंखलाबद्ध आयोजनों के माध्यम से उनके भीतर आशा और प्रसन्नता के साथ जीवन जीने का आत्मविश्वास भरा जाता है। इन अलग-अलग आयोजनों के विजेताओं को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदकों से पुरस्कृत किया गया।

नेफ्रोप्लस ने अपने संरक्षकों के जीवन की उत्तमता बढ़ाने के लिए सदैव नवोन्मेषी समाधानों का विकास किया है। इस कड़ी में साल का डायलिसिस ओलिम्पियाड इस महीने की शुरुआत में आरंभ किया गया, जिसमें जलंधर से नई दिल्ली तक की रेकर्ड ब्रेकिंग सबसे लंबा बाइक अभियान (400 किलोमीटर) का आयोजन किया गया। डाॅक्टरों और नर्सों की टीम के साथ छः बाइकर्स ने लुधियाना, खन्ना, अम्बाला, कुरुक्षेत्र, पानीपत और सोनीपत होते हुए चार दिनों में यह सफर पूरा किया और इस तरह साबित किया कि विशेषज्ञ देखभाल के सहारे कोई भी बड़ा सोचने और अपने सपने साकार करने का साहस कर सकता है।

प्रथम संस्करण का आयोजन 2015 में हैदराबाद में हुआ था, जिसमें पूरे देश से 600 चैम्पियनों ने भाग लेकर अपनी बीमारी से लड़ते हुए अपनी अदम्य इच्छाशक्ति का परिचय दिया। इस आयोजन से सचमुच डायलिसिस समर्थित समुदाय को बड़ा सोचने की शक्ति और भरपूर जीवन जीने का आत्मविश्वास हासिल करने में मदद मिलती है।

नेफ्रोप्लस के संस्थापक एवं सीईओ, विक्रम वुप्पला ने कहा कि, ”दो साल पहले, हमने जब डायलिसिस ओलिम्पियाड का प्रथम संस्करण आयोजित किया था, तब इसे चिकित्सीय इतिहास में एक क्रांतिकारी कदम माना गया था। डायलिसिस समर्थित समुदाय को शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण गतिविधियों के लिए राजी करना एक कठिन काम था। लेकिन हमारी विशेषज्ञता, सेवाओं में नवाचार का हमारा आत्मविश्वास और देश के कोने-कोने में पहुँच की बदौलत इस साल के आयोजन में सहभागियों की संख्या बढ़ाने में हम सफल रहे हैं।“

इस कड़ी में नेफ्रोप्लस के वाइस प्रेसिडेंट-स्ट्रैटजी, सोहिल भगत ने कहा कि, ”हालाँकि किडनी की निष्क्रियता एक चिकित्सीय अवस्था होती है, तथापि इसका भारी मनोवैज्ञानिक प्रभाव भी होता है। हम डायलिसिस समर्थित समुदाय की मानसिकता और जीवन की गुणवत्ता उन्नत करने के प्रति संकल्पित हैं। इस तरह, हमें यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि इस वर्ष हमें प्रशंसनीय सहभागिता मिली है। हम एक-एक सहभागी के प्रति अपना हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने अपनी विजेता इच्छाशक्ति का प्रदर्शन किया है, हम पर भरोसा जताया है और हमारे साथ मिलकर इतिहास दोहराने में सहयोग किया है।“

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