कोरोना के डर से महिला की अर्थी उठाने से पड़ोसी घबराए, मदद के लिए दिल्ली पुलिस के जवान आगे आए
Rohit Sharma
नई दिल्ली :– कोरोना वायरस लॉकडाउन के बीच दिल्ली पुलिस के कई मानवीय और सराहनीय चेहरे देखने को मिल रहे हैं। आपके लिए, आपकी सेवा में सदैव तत्पर की भावना से कार्य करने वाली दिल्ली पुलिस के जवानों ने एक बुजुर्ग महिला की अर्थी को कंधा देकर इसे सच साबित कर दिखाया है।
राजधानी दिल्ली के जैतपुर इलाके में 62 वर्षीय सुधा कश्यप की लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई। उनकी मौत की खबर सुनने के बाद पड़ोसी उनके घर के बाहर तो जमा हो गए, लेकिन उनकी अर्थी को कंधा देने के लिए कोई भी आगे नहीं आया। इसके बाद में पुलिस कर्मियों ने महिला की अर्थी को कंधा देकर अंतिम संस्कार कराया।
सुधा कश्यप अपने बुजुर्ग पति जसपाल सिंह और बेटे के साथ धर्मशाला रोड मीठापुर इलाके में किराये के मकान में रहती थीं। महिला की तबीयत 1 नवंबर से खराब चल रही थी और उनका इलाज चल रहा था।
जब जसपाल उठे तो सुधा का देहांत हो चुका था। लॉकडाउन के कारण सूचना देने के बावजूद कोई रिश्तेदार नहीं पहुंच सका। उन्होंने पड़ोसियों से बेटे के मानसिक रूप से अस्वस्थ होने का हवाला देकर अर्थी उठाने की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने भी उनकी मदद नहीं की।
जैतपुर थाने में तैनात एसएचओ आनंद स्वरूप और इंस्पेक्टर विपिन यादव ने मामले का पता चलने पर कांस्टेबल राहुल, सुनील, रविकांत और धर्मेन्द्र को बुजुर्ग के घर भेजा। जहां पुलिसकर्मियों ने बुजुर्ग की मदद की और अर्थी को कंधा देकर मोलडबंद श्मशान घाट तक पहुंचाया। वहां पुलिसकर्मियों ने पूरे रीति-रिवाज के साथ उनका अंतिम संस्कार कराया।