फोनरवा की नवनिर्वाचित टीम के सदस्यों ने टेन न्यूज के साथ साझा की अपनी प्राथमिकताएं
Abhishek Sharma (Photo-Video) Lokesh Goswami Tennews New Delhi :
फेडरेशन ऑफ नोएडा रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन (फोनरवा) में 12 साल बाद रविवार को अध्यक्ष के पद पर एनपी सिंह के बाद कोई पहला अध्यक्ष बना है। चुनाव में सुरेश तिवारी पैनल को करारी शिकस्त देते हुए योगेंद्र शर्मा ने बाजी मारी। अध्यक्ष पद पर योगेंद्र ने 115 मतों से जीत दर्ज की। सुरेश तिवारी को महज 72 वोट मिले। महासचिव पद पर केके जैन 95 मतों से काबिज हुए, दूसरे नंबर पर जेपी उप्पल को 87 वोट मिले।
कोषाध्यक्ष पद पर अशोक मिश्रा को 101 मत मिले, जबकि महिपाल 93 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। सेक्टर-52 स्थित फोनरवा कार्यालय में चुनाव संपन्न हुआ। इस बार 208 मतदाताओं में से 204 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया, जबकि 4 मतदाता विदेश में थे। हमले में घायल हुए सेक्टर-52 के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष ओपी यादव भी मतदान करने पहुंचे। सुबह 9.30 बजे से चुनाव होना था, लेकिन आधे घंटे देरी से शुरू हुआ और दोपहर 1:20 बजे तक मतदान हुआ। मतदान कराने के लिए चुनाव अधिकारी सतीश खन्ना, वीके राणा, संजीव श्रीवास्तव और उमाशंकर शर्मा को नियुक्त किया गया था।
शाम करीब 7 बजे चुनाव का नतीजा स्पष्ट हुआ और अध्यक्ष पद के लिए योगेंद्र शर्मा के नाम की घोषणा होते ही उनके प्रशंसकों में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी। फोनरवा के नए अध्यक्ष बनने के बाद योगेंद्र शर्मा ने टेन न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत की और अपनी प्राथमिकताएं बताई।
उनका कहना है कि जो घोषणा पत्र में उन्होंने वादे किए हैं उनको पूरा करके दिखाएंगे, साथ ही 12 साल में जितना काम नहीं हुआ उनको 2 साल के अंदर पूरा करके दिखाएंगे। साथ ही उनका कहना है जितने भी आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों को समस्याओं से जूझना पड़ रहा था, उसका भी समाधान करेंगे। आने वाले दिनों में सभी सेक्टरों के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे । जिनकी एक रूपरेखा तैयार की जाएगी। आखिरकार किस सेक्टर में क्या समस्या है, उन समस्याओं को लेकर प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ वार्तालाप करेंगे। जिससे समस्याओं का समाधान हो सके, उनका कहना है की हर महीने सभी सेक्टरों का दौरा किया जाएगा। वही इस दौरे से पता चल सकेगा कि आखिर समस्याओं का निस्तारण हुआ या नही।
वहीं महासचिव पद पर के.के ने बाजी मारी और जेपी उप्पल को आठ वोटों से मात दी। उन्होंने टेन न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि हमारा पैनल नहीं जीता लेकिन उन्हें महासचिव पद पर जीत हासिल हुई है। उन्होंने कहा कि योगेंद्र शर्मा के साथ मिलकर नोएडावासियों की समस्याओं का समाधान कराएंगे और प्राधिकरण से बात करके यहां के लोगों के लिए मूलभूत सुविधाएं सभी सेक्टरवासियों को प्रदान कराएंगे। उन्होंने कहा की अब उनकी कोशिश रहेगी की फोनरवा के 2 अधिकारी प्राधिकरण की बोर्ड में शामिल कराए जाएं और इसके लिए वे हर संभव प्रयास करेंगे।
कोषाध्यक्ष पर जीत हासिल करने वाले अशोक मिश्रा ने कहा कि हमारा सबसे पहला मुद्दा सुरक्षा का होगा क्योंकि अभी चुनावों से पहले हमारे पैनल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ओपी यादव पर हमला किया गया था। दूसरा मुद्दा होगा कि फोनरवा सशक्त बने और अपने निर्णय स्वयं ले, जिन कार्यों के लिए फोनरवा का गठन हुआ था,उन असली कार्यों को इस कार्यकाल के दौरान कराया जाएगा।
वहीं रिटायर्ड कर्नल एसके वेद ने कहा कि अब चुनावों के नतीजे आ चुके हैं और अब कोई पैनल नहीं रहा है। अब केवल फोनरवा की टीम है। जिन लोगों का गठन फोनरवा के लिए हुआ है वे लोग अब नोएडा शहर के विकास के लिए कार्य करेंगे । उन्होंने कहा कि हमारे अध्यक्ष योगेंद्र शर्मा के पास अपना विजन है और नए आइडिया है जिसके तहत वह शहर को नई ऊंचाइयों तक लेकर जाएंगे।
फोनरवा के नए सचिव पवन यादव ने टेन न्यूज से बातचीत करते हुए कहा कि फोनरवा में बदलाव जरूरी था जो कि यहां के लोगों ने किया है। 12 सालों का बनवास अब खत्म हुआ है यहां की जनता जो मूलभूत सुविधाओं के लिए त्राहि-त्राहि कर रही थी अब उनकी आपूर्ति कराई जाएगी । 12 सालों से फोनरवा के लोगों ने नोएडा में विकास के कोई कार्य नहीं किए और कोई कोशिश की।
उन्होंने कहा कि जिस तरह देश में मोदी और प्रदेश में योगी है उसी तरह नोएडा फोनरवा में भी इस बार योगी हैं। उन्होंने कहा कि नोएडा के लोगों की समस्याओं को हल करेंगे, मिलकर काम किया जाएगा और बड़े स्तर पर विकास कार्य कराए जाएंगे