जमीनी घोटाले में एक बार फिर फसा नॉएडा प्राधिकरण
JITENDER PAL- NOIDA – TEN NEWS ( 05/04/18)
नॉएडा प्राधिकरण अभी घोटाले के जाल से बहार निकला भी नहीं हैं , एक बार फिर घोटाले के विवाद में फसने जा रहा है , क्योकि इन दिनों प्राधिकरण में सीएजी का आॅडिट चल रहा है। जिसमे प्राधिकरण के पुराने फाइलो को खोजा जा रहा है जिनका आज तक कोई रिकॉर्ड नहीं मिला है , और कुछ ऐसी फाइल भी है जिनको जाँच की वजह से कही दबा दिया है। ऑडिट के जरिये करीब 600 हेक्टेयर जमीन का ब्यौरा ही नहीं मिल पा रहा है। जिसकी आज बाजार में सरकारी कीमत करीब 550 करोड़ रुपये आंकी जा रही है। सीएजी ने इस बाबत लैंड विभाग को पत्र लिखकर जवाब मांगा है। सीएजी ने अपने पत्र में साफ किया है या तो ये जमीन किसी भूमाफिया के जरिये अतिक्रमण हो चुकी है या फिर प्लानिंग विभाग की लापरवाही से कब्ज़ा कर ली गयी है। पिछले दो दशक से उत्तर प्रदेश में क्षेत्रीय पार्टियों का राज रहा है और सत्ताधारी सरकारों ने अपने समय में नॉएडा में फर्जी तरीके से जमीन को लुटा है | आपको बता दे की पहले भी नॉएडा सन 2004 में प्लाट आवंटन घोटाला और 2007 में होटल आवंटन घोटाले जैसे मामले सामने आ चुके है| साथ ही फॉर्म हॉउस गड़बड़ी और ग्रुप हॉउसिंग आवंटन पर के नाम पर जमीन को लुटा गया है। नॉएडा प्राधिकरण में स्थानीय तौर पर ऑडिट काम किया जाता रहा है लेकिन सरकार की कोई दखल नहीं होती थी सूबे में बीजेपी सरकार आने के बाद पहेली बार नॉएडा प्राधिकरण ,ग्रेटर नॉएडा प्राधिकरण व् यमुना प्राधिकरण केंद्र की तरफ से सीधे सीएजी ऑडिट की अनुमति दी गयी है। अब सीएजी की तरफ से काम शुरू किया गया और पुरानी फाइलो को खोजा जा रहा है और जाँच की जा रही है। जिसमे 600 हेक्टेयर जमीन गायब होने की बात सामने आ रही है , इस सन्दर्भ में प्राधिकरण के लैंड विभाग व् प्लानिंग विभाग के अधिकारियो से जावब तलब किया है ऑडिट की रिपोर्ट में साफ लिखकर दी गया है कि अधिकारिओ की अनदेखी की वजह से इतनी बड़ी जमीन प्राधिकरण के हाथ से निकल गयी। शुरुवात की जाँच से ऐसा लग रहा है कि एक बड़ा घोटाला सामने आ सकता है। प्राधिकरण के रवैये से ऐसा प्रतीत हो रहा है इस जमीन पर किसी भूमाफिया का कब्ज़ा हो गया है इस मसले पर कोई भी अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है , अब ये मामला जाँच का विषय बन गया है।