नोएडा : बिल्डर ने ग्रीन बैल्ट की जगह पर किया अवैध निर्माण, तोडफोड करने पहुंची प्राधिकरण की टीम बैरंग लौटी
ABHISHEK SHARMA
नोएडा : व्यापारियों के जबरदस्त विरोध की वजह से सेक्टर 75 स्थित गार्डेनिया गेट-वे के बाजार से नोएडा प्राधिकरण की टीम बैरंग वापस लौट गई। इसके बाद मौजूद प्राधिकरण अधिकारियों ने बिल्डर से खुद ही अवैध निर्माण ध्वस्त करने को कहा है।
बता दें कि गार्डेनिया गेट वे बिल्डर ने प्राधिकरण से ले आउट मंजूर कराए बगैर निर्माण कर लिया है। इस को ध्वस्त करने के लिए मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने 23 सितंबर को ध्वस्तीकरण का आदेश जारी किया। 14 अक्टूबर को वर्क सर्किल को कार्रवाई करने का आदेश प्राप्त हुआ।
वर्क सर्किल 6 के वरिष्ठ प्रबंधक मुकेश कुमार वैश्य ने बताया कि 5 नोटिस जारी करने के बाद भी बिल्डर ने अवैध निर्माण नहीं हटाया। इसलिए टीम तोड़फोड़ की कार्रवाई करने पहुंची थी। 1 सप्ताह में अवैध निर्माण खुद नहीं ध्वस्त किया तो प्राधिकरण टीम कार्रवाई को अंजाम देगी।
सेक्टर 75 आरडब्ल्यूए अध्यक्ष नवीन मिश्रा ने बताया कि रेरा ने 28 अगस्त को प्राधिकरण को आदेश जारी किया कि बिल्डर के ले आउट प्लान के आधार पर जिन खरीदारों को फ्लैट मिल चुका है, उनका ओसी सीसी जारी कर दिसंबर तक रजिस्ट्री कराई जाए लेकिन बिल्डर ने प्राधिकरण से ले आउट ही मंजूर नहीं कराया है।
उन्होंने बताया कि कम्युनिटी हॉल, स्विमिंग पूल और ग्रीन बेल्ट के स्थान पर बाजार का निर्माण कर दिया गया है। चार दुकान की जगह 28 से 30 दुकाने व एक दर्जन क्योस्क बना दिए गए हैं। हैरानी तो यह है कि जमीन ऐम्स मैक्स गार्डेनिया कंसोडियम के नाम अलॉट है। जीएच 09 गार्डेनिया गेटवे है, जबकि रेरा में गार्डेनिया इंडिया प्राइवेट लिमिटेड से रजिस्ट्रेशन है।
उन्होंने बताया कि बीती शाम प्राधिकरण का अतिक्रमण दस्ता यहां पहुंचा था लेकिन व्यापारियों के विरोध के चलते लगभग 15 दुकानें तोड़ी गई हैं। हालांकि अभी 20 से अधिक दुकानें हैं, जो अवैध निर्माण हैं। प्राधिकरण ने बिल्डर को खुद ही अवैध निर्माण को तोड़ने को कहा है, इसके लिए बिल्डर को 1 सप्ताह का समय दिया गया है। अगर बिल्डर खुद अवैध निर्माण को नहीं हटाता है तो प्राधिकरण का दस्ता इस पर कार्रवाई करेगा।