प्रेम प्रंसग में जीजा संग मिलकर की पति की हत्या, तीन साल बाद नॉएडा पुलिस ने किया चौंकाने वाली घटना का खुलासा
ROHIT SHARMA ( PHOTO/VIDEO-JITENDER PAL)
नोएडा पुलिस ने काफी सालों से छुपे एक बड़े राज का पर्दाफाश किया है | आपको बता दे की नोएडा के फेस 2 थाना इलाके में दिनाक 16 दिसम्बर 2015 को एक नाले के पास एक युवक की संदिग्ध हालात में लाश मिली थी | जिसकी सुचना मिलने पर मौके पर पहुँची पुलिस ने शव को अपने कब्ज़े में लेकर पोस्टमाटर्म के लिए भेज दिया था | वही कुछ दिन बाद पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद पुलिस को पता चला की उस व्यक्ति की गला घोटकर हत्या की गयी है , लेकिन अज्ञात शव की पहचान न होने के कारण पुलिस के द्धारा उस व्यक्ति का अंतिम संस्कार कर दिया गया |
वही इस मामले में पहली कड़ी खुलनी तब शुरू हुई , जब एक महिला ने अपने पति की गुमशुदगी थाना 39 में दर्ज कराई | जिसमे 13 दिसम्बर 2015 को ऑफिस जाने के बाद उसका पति अपने घर नहीं लौटा था | जिसको लेकर थाना 39 पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके कार्यवाही करनी शुरू कर दी | काफी सालों तक पुलिस उसके परिजनों और पत्नी से पूछताछ करती रही लेकिन पुलिस के हाथ कुछ भी नहीं लगा | एक दिन मृतक के भाई ने मृतक के पत्नी व उसके मायके के परिजनों पर शक जाहिर किया और पुलिस को सुचना दी | तभी धीरे – धीरे इस राज का पर्दाफश होने लगा |
नए शक के आधार पर इस कड़ी को सुलझाने के लिए थाना 39 की पुलिस के द्धारा इस केस को ओपन करके परिजनों से पूछताछ जारी रखी गयी | खासबात ये है की पूछताछ के दौरान उस मृतक की पत्नी काफी लम्बे समय तक लापता रही जिससे पुलिस का शक बढ़ता ही चला गया |
फिर पुलिस ने इस विषय में गिरफ़्तारी के लिए दबाव डालना शुरू किया और कल मुखबीर की सुचना पर पुलिस ने मृतक की पत्नी को हिरासत में ले लिया। इसके बाद महिला को हिरासत लेकर पूछताछ शुरू कर दी जिसमे उसने सच बोलना शुरू कर दिया |
वही पुलिस के पूछताछ के दौरान मृतक की पत्नी ने बताया की उसके अवैध संबंध शादी से पहले और शादी के बाद अपने चचेरे जीजा आलोक दीक्षित के साथ थे | जो कल मुझे छोड़ने भी आया था और पुलिस को देख कर वह भाग गया जो सलाहपुर में अरतरा सिक्योरिटी के नाम से एक एजेंसी चलाता है |
तीन साल पहले घटित खौफनाक घटना के बारे में बताते हुए महिला ने कहा की वह पति मिंटू को समझा-बुझाकर अपने दोनों बच्चों के साथ लेकर थाना 39 इलाके के सलारपुर रहने लग गई थी जिससे जीजा आलोक से मुलाकात जारी रहे | आलोक ने उसे 15 सो रुपए में सलारपुर में कमरा दिलवा दिया था | साथ ही मृतक मिंटू को अपनी सिक्योरिटी एजेंसी में रात्रि की ड्यूटी में लगा दिया था | परन्तु एक दिन अचानक मिंटू ने अपनी पत्नी व आलोक को आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया तो गुस्से में उसने आलोक के साथ मारपीट करनी शुरू कर दी , साथ ही जान से मारने की धमकी दी और पुलिस में शिकायत करने की बात कही |
इसके बाद आलोक ने उसे रास्ते से हटाने का प्लान बनाया। मिंटू शराब पीने का आदी था ,लिहाजा आलोक ने अपने बचपन के दोस्त व सिक्योरिटी एजेंसी के मैनेजर जितेंद्र कुमार शुक्ला को मिंटू के पास शराब लेकर भेजा | जिसके बाद उसने समझा-बुझाकर मिंटू की आलोक से बात भी कराई |
इस के बाद 13 दिसंबर 2015 को अलोक व जितेंद्र मिंटू के साथ बैठकर उसके कमरे पर शराब पी और नौकरी लगवाने के बहाने अपने मोटरसाइकिल पर लेकर गए | वही थाना फेस 2 के अंतर्गत मिंटू के हाथ प्लास्टिक की रस्सी में बांधकर गला घोटकर मारकर उसकी हत्या कर दी और लाश को फेंक दिया।
इन शातिर अपराधियों ने यह भी ध्यान रखा की शव का अज्ञात समझ कर अंतिम संस्कार होने के बाद ही पुलिस में गुमसुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराइ ताकि शिनाख्त न हो सके।
फ़िलहाल थाना 39 पुलिस ने मृतक की पत्नी क्रांति और सिक्योरिटी एजेंसी के मैनेजर जितेंद्र कुमार शुक्ला को मृतक मिंटू की हत्या के मामले में गिरफ्तार कर लिया है | वही इस मामले का अहम मुखिया अलोक दीक्षित अभी फरार चल रहा है , जिसकी नोएडा पुलिस तलाश में जुट चुकी है