महिलाओं को उनके क़ानूनी हक़ के प्रति जागरूक करने के लिए नॉएडा में लगा शिविर, पढ़े पूरी खबर
Ten News Network
नोएडा: राष्ट्रीय महिला आयोग एवं उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग द्वारा महिलाओं को उनके कानूनी अधिकार एवं सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न महिला परक योजनाओं के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से एक दिवसीय विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन आज नोएडा सेक्टर-06 में इंटरप्रेन्योर एसोसिएशन के सभागार कक्ष में किया गया।
कार्यक्रम का शुभारभ उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा विमला बाथम ने दीप प्रज्वलन कर किया। साथ ही शिविर में विशेषज्ञों द्वारा महिलाओं से सम्बंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। अध्यक्षा विमला बाथम ने नारी सुरक्षा, नारी सम्मान एवं नारी स्वावलंबन का आवाहन किया तथा महिलाओं को स्वावलम्बी बनने के लिए प्रेरित किया|
इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अधिवक्ता नीलम चंद्र, कविता नागर एवं मधुलिका वीर के द्वारा महिलाओं का कार्यस्थल पर लैंगिक उत्पीडन अधिनियम 2013, भारत में महिलाओं का सम्पत्ति व भरण -पोषण अधिकार एवं घरेलू हिंसा से सुरक्षा अधिनियम 2005 के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी दी गयी।
मेडिकल ऑफिसर, पी.एच.सी. बिसरख डॉ रितु मित्तल ने बाल लिंग अनुपात एवं कन्या भ्रूण हत्या के विषय पर महिलाओं को जागरूक किया। इसी के साथ एसीएमओ शिरिष जैन द्वारा पी. सी. एण्ड पी.एन.डी.टी. अधिनियम 1994 पर चर्चा करते हुए कहा कि लड़का अथवा लड़की शब्द की बजाय शिशु शब्द का प्रयोग करना चाहिए।
प्रभारी ए.एच.टी.यू. देवेन्द्र सिंह ने मानव तस्करी के बारे में जागरूक करते हुए आवाहन किया कि सामान्य व्यक्ति की थोड़ी सी सतर्कता से मानव तस्करी जैसे अपराध को रोका जा सकता है। संस्थापक स्वैच्छिक संगठन सदकर डॉ माला भंडारी ने लैंगिक आधारित हिंसा एव लैंगिक समानता के प्रति जागरूक किया।
इसी क्रम में अमेटी विश्वविद्यालय के असिस्टेन्ट प्रोफेसर तोशेन्द्र द्विवेदी ने मानसिक स्वास्थ पर चर्चा किया। कार्यक्रम में सहायक पुलिस आयुक्त द्वितीय (महिला सुरक्षा) रजनी, जिला प्रोबेशन अधिकारी अतुल कुमार सोनी, उप श्रमायुक्त वंदना उपस्थित रहे। मंच का सफल संचालन जिला समाज कल्याण अधिकारी शैलेन्द्र बाहादुर सिंह द्वारा किया गया।