श्रम बन्धु की बैठक में ट्रेड यूनियनों ने श्रम विभाग को मजदूरों की समस्याओं पर गैर जिम्मेदार व संवेदनहीन बताया
NOIDA ROHIT SHARMA
श्रमबन्धु की बैठक में जिले में कार्यरत टेªड यूनियनों ने श्रम विभाग पर कर्मचारियों की मांगों/समस्याओं पर गैर गम्भीर संवेदनहीन रहने कार्यालय में अनियमिताओं/भष्टाचार व अराजकता एवं फर्जी टेेªड यूनियनों /दलालों /नेताओं को बढ़ावा देने सहित कई गम्भीर आरोप लगाये गये। बैठक में सीटू जिलाध्यक्ष गंगेश्वरदत्त शर्मा ने जिलाधिकारी महोदय को अवगत कराया कि श्रम विभाग अपनी प्राथमिक जिम्मेदारी को भी पूरा नहीं कर रहा है हालात यह हो गये है कि टेªड यूनियनों को मजदूरों के नाम रजिस्टर पर चढ़वाने ई0एस0आई0 व ई0पी0एफ0 में कवरेज कराने न्यूनतम वेतन लागू कराने, मजदूरों के पहचान पत्र, नियुक्तिपत्र, लीव कार्ड, वेतन पर्ची आदि श्रम कानूनों के तहत मिलने वाला विधिक सुविधाओं के लिए धरना, प्रर्दशन व हड़ताल तक करनी पड़ रही है। इतना ही नहीं मजदूरों का कमाया हुआ वेतन भी समय से नहीं मिल रहा टेªड यूनियन और मजदूर श्रम कार्यालय के महीनों महीनों चक्कर काटते रहते है लेकिन उपश्रम आयुक्त एवं अन्य अधिकारी कोई कार्यवाही करने को तैयार नहीं होते है सीटू जिला महासचिव रामसागर ने सालों से कई दर्जन कारखानों में चल रहे मजदूरों के विवाद को रेखाकिंत किया। एच0एम0 एस के महामंत्री आर0पी0 सिंह ने कहा कि यदि श्रम विभाग का यही हाल रहा तो जनपद में श्रम अशान्ती फैल जायेगी और कानून व्यवस्था विगड़ जायेगी इसी तरह के कई आरोप अन्य ट्रेड यूनियनों ने श्रम विभाग पर लगाये टेªड यूनियन प्रतिनिधिन फोड फास्टर इण्डस्ट्रीज ए-133 सैक्टर-83 नोएउा के मालिकान श्री दलजीत सिंह के कारखाने में हो रहे श्रम कानूनों का खुला उल्लंधन और श्रम कानूनों के लागू करवाने की मांग पर 29 जून से होने वाली हड़ताल के मुद्दे को उठाया गया सीटू जिला उपाध्यक्ष मुकेश राधव ने डी0एल0सी0 एवं दलजीत की आपस में सांठ-गांठ करने के अरोप लगाया और कहा कि हड़ताल नेाटिस जाने के बाद भी श्रम विभाग द्वारा कोई कार्यवाही या पहल नहीं करना इस बात को साफ संकेत करता है। जिलाधिकारी महोदय ने जनपद के ए0डी0एम0 के0पी0 सिंह जी को गम्भीरतापूर्वक जांच कर कार्यवाही करने को कहा और श्रम विभाग के अधिकारियों को भी श्रमिकों की समस्याओं के समाधान करने के लिये कड़े दिशा निदेश दिये बैठक में जिला प्रशासन एवं श्रम विभाग के उच्च अधिकारियों के साथ-साथ सेवायोजकों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।