ऑनलाइन बाजार ने खुदरा बाजार के व्यापारियों के काम को किया ठप
Abhishek Sharma / Photo & Video By Baidyanath Halder
Greater Noida (08/11/18) : दीपावली पर ऑनलाइन खरीदारी से बाजारों में दुकानदारों को मायूसी हाथ लगी। शॉपिंग से खुदरे बाजार का गणित कहीं न कहीं गड़बड़ाया है। त्योहारों के समय में घर बैठे ऑनलाइन शापिंग करके लोगों ने त्योहारी छूट का लाभ उठाया। इससे वे बाजार की भीड़भाड़ से भी बच गए और कैशलेस, फ्री होम डिलीवरी और 20 से 50 फीसदी की छूट का लाभ भी लोगों ने जमकर उठाया। नवरात्र के बाद ऑनलाइन कंपनियां लगातार सेल चला रही हैं। कई प्रोडक्ट पर 100 फीसद कैशबैक और अन्य छूट देकर लोगों को आकर्षित किया जा रहा है। तमाम लोग मोबाइल, लैपटॉप, इलेक्ट्रानिक आइटम, ब्रांडेड कपड़े, फूड आइटम, ड्राई फ्रूट्स, जूते आदि की ऑनलाइन खरीदारी कर रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा स्थित जगत फार्म में ऑनलाइन शॉपिंग के आने से खुदरा बाजार में क्या गिरावट आयी है, इस पर खुदरा कारोबारियों का कहना है कि ऑनलाइन कंपनियां अपने कुछ चुनिंदा प्रोडक्ट एमआरपी पर बेच रही हैं। जो प्रोडक्ट बाजार में भी उपलब्ध हैं, उन पर कंपनियां छूट देकर ग्राहकों को आकर्षित कर रही हैं। कारोबारियों की मानें तो ऑनलाइन कारोबार का बाजार करीब 30 करोड़ रुपये का है। दो दिन दीपावली की शॉपिंग और चलेगी, लिहाजा यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।
खुदरा बाजार में मोबाइल विक्रेता का कहना है कि ऑनलाइन शॉपिंग लोगों को लालचन देकर अपनी ओर आकर्षित करते हैं, खरीदार समय की बचत करने के चक्कर में या बाजार जाने की झंझट के कारण ऑनलाइन शॉपिंग करने में भरोसा करते हैं। जबकि ऑनलाइन शॉपिंग में लोगों को बेवकूफ बनाया जा रहा है। उसमे खरीददार सामान को बिना देखे खरीदते हैं जिसकी क्वालिटी हमें पता नहीं चलती है। ऑनलाइन मंगाया जाने वाला सामान काफी बड़ी संख्या में वापस भेजा जाता है। ऑनलाइन मंगाए गए सामान की कोई गारन्टी नहीं होती है जबकि अगर ग्राहक खुद दूकान पर जाकर सामान को खुद जांच परखकर खरीद सकता है। जबकि ऑनलाइन में ऐसा नहीं है।
वहीं इलेक्ट्रॉनिक सामान के विक्रेता राजकुमार चौधरी का कहना है कि ऑनलाइन शॉपिंग से दिवाली पर बिक्री पर लगभग 60 फीसदी गिरावट आई है। लोगों ने भीड़ से बचने के लिए ऑनलाइन शॉपिंग को अपनाया है जो कि गलत है। उन्होंने कहा कि दुकानदार पहले तो जीएसटी की मार से नहीं उभरे थे जिसके बाद ऑनलाइन शॉपिंग ने जीना मुश्किल कर दिया है। उन्होंने कहा कि लाखों रूपये उन्होंने दूकान में लगाए थे लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ ऑनलाइन बाजार ने दुकानदारों के पेट पर लात मार दी है। इतनी महंगाई क दौर में कभी-कही दुकान का किराया निकाल पाना मुश्किल हो जाता है।
जगत फ़ार्म में कपडे के व्यापारी ने कहा कि ऑनलाइन शॉपिंग करने वाले बहुत से ग्राहक मायूस भी हुए हैं। उन्होंने ऑफर देखकर ऑनलाइन खरीदारी तो कर ली, लेकिन लोकल मार्केट में पता चला कि उनके प्रोडक्ट में कई फीचर कम हैं और वारंटी भी नहीं है। ऑनलाइन मार्किट में किसी सामान के रेट बढाकर फिर उसे डिस्काउंट के साथ ग्राहक के सामने पेश किया जाता है जिससे लोग सिर्फ बेवकूफ बनते हैं। ऑनलाइन में अगर कोई कपडे खरीदता है और उसकी क्वालिटी धोने के बाद बेकार हो जाती है तो ऑनलाइन शॉपिंग में उसे वापस नहीं आकर सकते, लेकिन लोकल बाजार से अगर कोई खरीदारी करता है तो क्वालिटी खराब निकल जाने के बाद भी सामान वापिस कर दिया जाता है।