जिले में खतरनाक हुआ प्रदूषण का स्तर, अस्पतालों में बढे सांस के मरीज, जिला प्रशासन सुस्त
Abhishek Sharma (Photo-Video) Lokesh Goswami Tennews
उत्तर प्रदेश के कई जिले इन दिनों बढ़ते प्रदूषण की चपेट में है, लेकिन उसके बावजूद भी बढ़ते प्रदूषण को लेकर जिला प्रशासन सख्त नजर नहीं आ रहा है। तभी तो कहीं कबाड़ में आग लगाकर प्रदूषण को बढ़ावा दिया जा रहा है, तो कहीं सरकारी तंत्र ही प्रदूषण फैलाने में लगा हुआ है।
ग्रेटर नोएडा में प्राधिकरण के द्वारा सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। जिसके चलते सड़क निर्माण के दौरान जमकर प्रदूषण फैलाया जा रहा है। जिससे लोगों को जहां सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तो वहीं दूसरी तरफ लोगों की आंखों में जलन हो रही है। जिसके चलते लोग अस्पताल जाने के लिए मजबूर है।
नोएडा ग्रेटर नोएडा में बढ़ते प्रदूषण को लेकर जिला प्रशासन कितना चिंतित है इस बात का अंदाजा इन वीडियो को देखकर लगाया जा सकता है कि कैसे खुले में कबाड़ में आग लगाकर प्रदूषण फैलाया जा रहा है। तो कहीं सरकारी तंत्र ही बढ़ते प्रदूषण को फैलाने में लगा हुआ है।
दरअसल, बिसरख क्षेत्र में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा सड़क निर्माण का कार्य कराया जा रहा है, जिसके चलते सड़कों के पास में जमीन मिट्टी को हटाने के नाम पर शहर को प्रदूषित किया जा रहा है। तस्वीरों में देखकर आप अंदाजा लगा सकते हैं कि कैसे मट्टी को हटाने का कार्य किया जा रहा है और यह मिट्टी उड़कर कैसे प्रदूषण को बढ़ा रही है। ऐसा नहीं है कि जिला प्रशासन को इसकी जानकारी न हो।
जानकारी होने के बाद भी जिला प्रशासन अपनी आंखें बंद करके बैठा हुआ है। जिसके कारण शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ता जा रहा है। दिल्ली में प्रदूषण की बात करें तो एयर क्वालिटी इंडेक्स 608 बना हुआ है। जबकि नोएडा में 465 बना हुआ है। तो वहीं ग्रेटर नोएडा का हाल भी आपको बता देते हैं जहां पर एयर क्वालिटी इंडेक्स 535 बढ़ा हुआ है।
यानी कि साफ है कि दिल्ली के बाद ग्रेटर नोएडा में प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है जिसके बाद भी आग लगने जैसी घटनाओं पर जिला प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है। जिससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो लोगों को आंखों में जलन भी महसूस हो रही है। एनसीआर क्षेत्र में दिवाली के बाद प्रदूषण बढ़ा हुआ है और ग्रेटर नोएडा के डेल्टा टू सेक्टर में कबाड़ में लगी आग घी का काम कर रही है।