नोएडा : एंबुलेंस नहीं मिली तो प्रसव पीडा से तडप रही गर्भवती को कचरा वाहन में ले जाना पडा अस्पताल

Abhishek Sharma

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Noida (15/06/2020) : कोरोना महामारी के बीच गर्भवती महिलाओं की परेशानियां खत्म कम नहीं हो रही हैं। कभी उन्हें इलाज के लिए दर-दर की ठोकरें खानी पड़ती हैं, तो कभी 102 एंबुलेंस रूट की सभी लाइने व्यस्त होने पर समय से अस्पताल पहुंचने के लिए एंबुलेंस नहीं मिलती।

दरअसल, रविवार को भी एक गर्भवती को अस्पताल पहुंचने के लिए समय पर एंबुलेंस नहीं मिली। मजबूरन जान जोखिम में डालकर स्वजन गर्भवती को माल वाहन (हाफ डाला) से लेकर जिला अस्पताल पहुंचे।

सेक्टर-5 निवासी मोहम्मद मुर्शीद आलम ने बताया कि रविवार दोपहर करीब डेढ़ बजे पत्नी नर्गिस के प्रसव पीड़ा होने पर घर वालों ने 102 एंबुलेंस पर फोन किया था, लेकिन इस रूट की सभी लाइनें व्यस्त हैं कहकर कॉल अपने आप कट गई।

प्रसव पीड़ा बढ़ने पर मजबूरन हाफ डाला से पत्नी को अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां भर्ती कर उपचार किया जा रहा है। दरअसल, मुर्शीद तो महज एक उदाहरण हैं। अस्पताल में प्रसव के लिए पहुंचने वाली अधिकांश गर्भवती की यही शिकायत रहती है कि उसने 102 नंबर पर एंबुलेंस के लिए फोन किया था, लेकिन फोन नहीं लगा। हर बार 102 रूट की सभी लाइनें व्यस्त कहकर फोन कट जाता है।

इससे सार्वजनिक वाहन जैसे ऑटो, टैक्सी, रिक्शा से अस्पताल पहुंचना पड़ता है। ऐसे में कभी कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है। प्रसव के बाद भी डॉक्टर घर जाने के लिए एंबुलेंस सुविधा की जानकारी नहीं देते हैं, जबकि प्रसव से पूर्व लाने व ले जाने के लिए 102 की जिले में 17 एंबुलेंस हैं।

सभी मरीजों को समय से एंबुलेंस उपलब्ध कराने का प्रयास रहता है। अगर कहीं कोई कमी है तो उसमें सुधार किया जाएगा। गर्भवती को एंबुलेंस नहीं मिलने के मामले की जांच की जा रही है।

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