नोएडा की निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट ने देश में मानसून का लगाया पूर्वानुमान

Abhishek Sharma / Rahul Kumar Jha

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भारत की प्राइवेट मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट ने 2019 के लिए अपना मानसून पूर्वानुमान जारी करते हुए इस वर्ष 93 फीसदी बारिश की संभावना जताई है। जिसमे जून से सितम्बर की अवधि में दीर्घावधि औसत 887 मिलीमीटर वर्षों में 5 फीदी का एरर मार्जिन है। स्काईमेट एजेंसी द्वारा आज नोएडा के सेक्टर-126 में प्रेस वार्ता करते हुए यह जानकारी दी।


इस दौरान स्काईमेट ने आज देश के चरण प्रमुख क्षेत्रों में इस वर्ष के मानसून के प्रदर्शन का अनुमान भी जारी किया। इस बार क्षेत्रवार पूर्वानुमान में आठ परसेंट का एरर मार्जिन है। जहां तक मानसून 2019 के आने की संभावना की बात करें तो यह अपने सामान्य समय
पर ही भारत में दस्तक देगा। हालांकि ज्यादातर मॉडल संकेत कर रहे हैं कि भारतीय उपमहाद्वीप में आगमन के समय मानसून कमजोर रहेगा।

भारत में सबसे पहले मानसून अंडमान निकोबार दीप समूह क्षेत्र में आता है , जहां आम तौर पर 20 मई को मानसून दस्तक देता है। इस बार यहां 22 मई को मानसून के आने की संभावना है हालांकि यहां पर भी मानसून के आने में 2 दिन का एरर मार्जिन है। स्काईमेट के अनुसार केरल में मानसून 4 जून को दस्तक दे सकता है। इसमें भी 2 दिन का अगर मार्जिन है। इस दौरान पूर्वोत्तर भारत के भागों में मानसून का मानसून आ जाएगा इस के आगमन से पहले केरल में अच्छी वर्षा होती रहेगी।

स्काईमेट के एमडी जतिन सिंह ने बताया कि 2019 में मानसून के सभी चारों क्षेत्रों में कमजोर प्रदर्शन देखने को मिलेगा पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत तथा मध्य भारत में कम बारिश की आशंका है, जबकि उत्तर पश्चिम और दक्षिण भारत में चिंता कम है। केरल में 4 जून को आने के बाद मानसून की शुरुआत रफतार धीमी हो जाएगी।

स्काईमेट के एमडी के अनुसार उत्तर पश्चिमी भारत में जून से लेकर सितंबर तक पिछली बार के मुकाबले 10 फ़ीसदी अधिक बारिश की संभावना है , वहीं वैज्ञानिकों ने अनुमान जताते हुए बताया कि 60 फ़ीसदी संभावना सामान्य बारिश की है, वहीं 5 फ़ीसदी संभावना सूखे की भी जताई है।

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