ऐतिहासिक राजा शिवछत्रपति महानाट्य का आयोजन, हाथी-ऊँट समेत 250 कलाकारों के साथ होगी एशिया की सबसे बड़ी प्रस्तुति
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STORY BY- ASHISH KEDIYA
नोएडा : शिवाजी महाराज के तत्व ज्ञान का अनुकरण करना चाहिए, शिवाजी महाराज का चरित्र आज भी प्रेरणादायक है और सभी पीढ़ियों के लिए अनुकरणीय है ऐसा कहना था महाराष्ट्र रत्न समेत अनेकों सम्मान से सम्मानित शिव शाहिर बाबासाहेब पुरंदरे का।
अपने प्रथम नॉएडा प्रवास के दौरान आज उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ये बातें कहीं। महाराज छत्रपति शिवाजी की गौरव गाथा का भव्य एवं विशाल मंचन पहली बार हिंदी भाषा में लाल किले पर होने जा रहा है। आयोजकों ने बताया कि इस महानाट्य में राजा शिवछत्रपति की ऐतिहासिक गौरवगाथा को 6 अप्रैल से 10 अप्रैल तक चार दिन होने वाले ऐतिहासिक मंचन द्वारा दिल्ली के प्राचीन स्थल लाल किले पर दिखाया जाएगा । ये मंचन अबतक का भारत का सबसे बड़ा भव्यात्मक मंचन होगा जिसमे 250 से ज्यादा कलाकारों समेत ऊँट-घोड़े और हाथी का भी उपयोग भी उपयोग किया जाएगा। इस मंचन के लिए चार मंजिल के स्टेज का प्रयोग किया जाएगा। इस सुप्रसिद्ध महानाट्य को एशिया का सबसे बड़ा और विश्व का दूसरा सबसे बड़ा स्टेज शो होने का गौरव प्राप्त है।
इस ऐतिहासिक गौरवगाथा के उद्घाटन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आमंत्रित किया गया है साथ ही केंद्र सरकार के कई मंत्रियों के साथ महाराष्ट्र सरकार के मुख्यमंत्री भी इस आयोजन में शिरकत कर सकते हैं। आपको बता दे कि इस महानाट्य का भारत, अमेरिका, इंग्लैंड, सहित कई देशों में 1200 से अधिक मंचन हो चुका है । हालाँकि दिल्ली में पहली बार इसका मंचन हिंदी में हो रहा है। इस कार्यक्रम में विशेष रूप से आतिशबाजी का भी आयोजन होगा ।
आयोजकों ने यह भी बताया की इस महानाट्य को देखने के लिए किसी प्रकार का कोई टिकट नहीं रखा गया है परन्तु सुरक्षा कारणों से सभी को बुकमायशो वेबसाइट पर पंजीकरण करना अनिवार्य होगा। हालंकि इस पोर्टल पर अभी यह शो शोल्ड आउट दिखाया जा रहा है परन्तु आयोजकों द्वारा अभी और सीटें उपलब्ध करा कर पंजीकरण दुबारा भी प्रारम्भ किया जाएगा।
महापुरषों की महागाथा का ज्ञान सभी पीढ़ियों के लिए आवश्यक : शिवशहिर बाबासाहेब पुरंडीर
इस अवसर पर टेन न्यूज़ से विशेष बातचीत करते हुए सुप्रसिद्ध इतिहासकार एवं लेखक शिवशहिर बाबासाहेब पुरंडीर ने छत्रपति शिवाजी के जीवन से जुड़े अनेकों संस्मरण साझा किये और “जानता राजा” जैसे महानाट्य को बढ़ावा देने के पीछे का भी रहष्य उजागर किया।
उन्होंने कहा, “शिवाजी का पूरा जीवन संघर्ष से जुड़ा रहा और उन्होंने संघर्ष के बलबूते ही अपने अपने और देश स्वाभिमान को कायम रखा । आज देश को जोड़ने की आवश्यकता है इसलिए सभी को छत्रपति शिवाजी के बताए गए रास्ते का अनुकरण का कारण चाहिए”।
“दिल्ली व उत्तर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में शिवाजी महाराज पर आधारित महानाट्य राजा शिव छत्रपति का आयोजन कराया जाए , जिसमे दिल्ली व उत्तर प्रदेश के लोगो को भी शिवाजी महाराज के जीवन से प्रेरणा मिले”!