भू-जल को लेकर नोएडा प्राधिकरण सख्त, शाम तक अधिकारी करेंगे रेनवाटर हार्वेस्टिंग का निरीक्षण
Rohit Sharma / Rahul Kumar Jha
दिल्ली से सटे नोएडा में भू-जल के अंधाधुंध दोहन की वजह से पानी की उपलब्धता समाप्त होने की कगार पर है। विगत वर्षों में नोएडा प्राधिकरण-जिला प्रशासन की ओर से इस पर इतना ध्यान नहीं दिया गया। हालांकि भू-जल दोहन करने पर जुर्माना अवश्य लगाया गया, लेकिन यह कार्रवाई इतनी कारगर नहीं दिखी।आपको बता दे की जेवर ब्लॉक में भी पानी की उपलब्धता नहीं हैं। दादरी और दनकौर ब्लॉक सेमी क्रिटिकल जोन में हैं।
इस दिशा में स्वयं पहल करते नोएडा प्राधिकरण अध्यक्ष एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी आलोक टंडन ने नोएडा में भू-जल स्तर को बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए 20 हजार वर्गमीटर पर बनी ग्रुप हाउसिंग सोसायटी या अन्य भवनों का आज शाम तक निरीक्षण किया जाएगा।
इसके लिए प्राधिकरण के प्रबंधकों के नेतृत्व में कुल 20 टीमों का गठन किया गया है। इनका कार्य देखना होगा कि इन बिल्डिंगों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग की सुविधा चालू हालत में है या नहीं है। इसी मामले पर सेक्टर-6 स्थित नोएडा प्राधिकरण कार्यालय की बोर्ड रूम में मुख्य कार्यपालक अधिकारी आलोक टंडन की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित हुई। इस मौके पर अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी इंद्र विक्रम सिंह, महाप्रबंधक (सिविल) राजीव त्यागी, केके अग्रवाल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
प्राधिकरण की ओर से जब किसी ग्रुप हाउसिंग सोसायटी को कंप्लीशन सार्टिफिकेट (सीसी) दिया जाता है , तो आवंटी को यह शपथ पत्र देना होता है कि उन्होंने अपने यहां रूफटॉप रेनवाटर हार्वेस्टिंग व रेन वाटर हार्वेस्टिंग के सुविधा विकसित कर ली है। ऐसे में यदि सुविधा उपलब्ध नहीं है तो आवंटी को एक सप्ताह का समय दिया जाएगा। एक सप्ताह में वह सिस्टम को नहीं सुधारते तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई का प्रावधान है।
नियमता 250 वर्गमीटर क्षेत्र के भूखंडों पर बने इकाइयों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया अनिवार्य है लेकिन शहर में लगे अधिकांश सिस्टम खराब है। इनको समय पर ठीक नहीं कराने से प्रतिवर्ष लाखों गैलन पानी नालियों के जरिए वेस्ट हो रहा है।
वही इस मामले में नोएडा प्राधिकरण के महाप्रबन्धक राजीव त्यागी का कहना है की मुख्य कार्यपालक अधिकारी आलोक टंडन ने निर्देश दिए है की आज सायंकाल तक 20000 स्क्वायर मीटर से ऊपर की एरिया वाले हाउसिंग सोसायटी अथवा गेटेड कम्युनिटी का निरीक्षण किया जाए | निरीक्षण के समय यह देखें कि क्या उनके यहां रेन वाटर हार्वेस्टिंग की सुविधा चालू हालत में है या नहीं यदि चालू हालत में नहीं है तो उन्हें 1 सप्ताह का समय दें , यदि 1 सप्ताह के अंदर उनकी रेन वाटर हार्वेस्टिंग की सुविधा चालू नहीं रहती है तो उनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाए । वही दूसरी तरफ इस मामले में नोएडा प्राधिकरण के सभी प्रबंधक निरीक्षण कर मुख्य कार्यपालक अधिकारी को आज शाम तक रिपोर्ट जमा कर देंगे |