नई दिल्ली :– महाराष्ट्र में लेटर बम के बाद जारी सियासी संग्राम के बीच केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के मुखिया रामदास अठावले ने आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की है। राष्ट्रपति से मुलाकात कर अठावले ने अपनी पार्टी की ओर से एक ज्ञापन सौंपा और महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की।
राष्ट्रपति से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए केंद्रीय समाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास अठावले ने कहा, ”मैंने राष्ट्रपति कोविंद को ज्ञापन दिया है और उनसे महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने का अनुरोध किया हैं। उन्होंने मेरी मांग पर विचार करने का आश्वासन दिया है।
उन्होंने कहा, एक पुलिस अधिकारी सचिन वाजे ने उद्योगपति (मुकेश अंबानी) के आवास के पास विस्फोटक रखा , जबकि गृह मंत्री अनिल देशमुख पर आरोप है कि उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को महीने में 100 करोड़ रुपये की वसूली का लक्ष्य दिया। राज्य में यह गंभीर स्थिति है।
अठावले ने कहा कि देशमुख के खिलाफ जांच होनी चाहिए क्योंकि वह इस समय संदेह के दायरे में हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि इस मामले में तभी निष्पक्ष जांच होगी जब महाराष्ट्र सरकार के गृह राज्य मंत्री अनिल देशमुख और उनकी सरकार बर्खास्त हो।
रामदास अठावले ने रशमी शुक्ला के मामले में कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने जो उनके खिलाफ जाँच बैठाई है , वो बिल्कुल गलत है , अगर फ़ोन टैपिंग से काले कारनामे का खुलासा हो रहा है , तो में मानता हूँ कि आईपीएस रशमी शुक्ला ने कोई गलत काम नही किया है।
रामदास अठावले ने कहा कि महाराष्ट्र के अंदर कानून व्यवस्था बहुत ही ज्यादा खराब हो रही है , साथ ही कोरोना महामारी ने अपना रूप महाराष्ट्र में दिखा रहा है , इस मामले में राज्य सरकार की बहुत बड़ी लापरवाही सामने आ रही है , जो काफी ज्यादा चिंताजनक है।