नई दिल्ली : रंजीत नगर इलाके में सरेआम घूम कर अफवाह फैलाने वाले युवक ने पकड़े जाने के बाद पुलिस के चंगुल से भागकर खुदकुशी कर ली। मृतक की पहचान 23 साल के अंशुमान के तौर पर हुई है।
डीसीपी ने मामले में लापरवाही बरतने पर एक एसआई समेत चार पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया गया है। वहीं मामले की मजिस्ट्रियल जांच कराई जा रही है।
जानकारी के अनुसार रविवार को रंजीत नगर समेत पूरी दिल्ली में दंगों की अफवाह के कारण अफरा तफरी का माहौल था। इस दौरान भीड़ में शामिल उपद्रवियों की पहचान के लिए पुलिस की टीम इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल रही थी।
इसी क्रम में रंजीत नगर के पांडव नगर में भी अफरा तफरी का माहौल था और एक युवक तलवार लेकर सार्वजनिक तौर पर घूम रहा था। इसकी शिकायत लोगों ने स्थानीय पुलिस से की। पुलिस ने इलाके में लगे फुटेज के आधार पर जांच की और आरोपी युवक अंशुमान को पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ अफवाह फैलाने और आर्म्स एक्ट की धारा में एफआईआर तो दर्ज कर लिया लेकिन तलवार बरामद नहीं हो पाई थी।
जांच से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पुलिसकर्मियों की एक टीम अंशुमान को लेकर उसके घर पर तलवार बरामद करने के लिए गई थी। बताया जाता है कि अंशुमान को एक कांस्टेबल के भरोसे छोड़कर पुलिस टीम घर की तलाशी ले रही थी। तभी आरोपी युवक मौका देखकर कांस्टेबल को धक्का देकर घर की तीसरी मंजिल पर चढ़ गया। इस दौरान वहां पर अफरा तफरी मच गई और पुलिस टीम शोर मचाते हुए युवक के पीछे दौड़ी।
खुद को पकड़ा जाता देखकर युवक ने अपने घर की तीसरी मंजिल से नीचे छलांग दिया। इसकी वजह से गम्भीर रूप से घायल युवक को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई। फिर पुलिस ने डाक्टरों के बोर्ड द्वारा शव को पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया। वहीं पर कर्तव्य में लापरवाही बरतने के आरोप में मामले के जांच अधिकारी सब इंस्पेक्टर, एक एएसआई और दो कांस्टेबल को लाइन हाजिर कर दिया गया है।
वहीं इस घटना के बाद से इलाके में तनाव फैला हुआ है जिसे देखते हुए पुलिस अतिरिक्त चौकसी कर रही है। इसके साथ ही इलाके के प्रतिष्ठित लोगों से भी शांति कायम रखने में सहयोग लिया जा रहा है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले की जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।