नई दिल्ली :– शिरोमणि अकाली दल के बादल को एक और झटका लगा है। आपको बता दें कि शिरोमणि अकाली दल बादल के पूर्व और वरिष्ठ नेता सरदार हरमनजीत सिंह ने आज बादल दल छोड़ दिया , साथ ही उन्होंने शिरोमणि अकाली दल डेमोक्रेटिक पार्टी की बागडोर संभाली है।
डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष सुखदेव सिंह ढींडसा ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि शिरोमणि अकाली दल बादल दल में केवल बेईमान और लालची लोगों को छोड़ दिया गया था , जो ईमानदार पुराने वफादार हैं वे लोक पार्टी को छोड़कर डेमोक्रेटिक पार्टी में शामिल हो रहे हैं।
हरमनजीत सिंह ने यह भी कहा कि कालका और सिरसा मेरे पार्टी छोड़ने का कारण थे। ये दोनों गुरु घर के आंचल का दुरुपयोग कर संगतों को भ्रमित कर रहे हैं।
शिरोमणि अकाली दल डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा कि पंजाब के बाद अब डेमोक्रेटिक पार्टी का विस्तार दिल्ली में बढ़ रहा है। इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति की तरह, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक समिति भी बादल परिवार के स्वामित्व में थी। दिल्ली इकाई के प्रबंधक सिरसा और कालका अपने विवेक से काम कर रहे हैं और गुरु घर के आंचल का गलत इस्तेमाल करके संघ को गुमराह कर रहा है।
पार्टी के पूर्व वफादार और वरिष्ठ नेता हरमनजीत सिंह ने अकाली दल बादल दल छोड़ दिया है और अकाली दल डेमोक्रेटिक पार्टी में शामिल हो गए हैं। “हमारी पार्टी ने एक समन्वय समिति बनाई है,” ढींडसा ने कहा यह समिति विभिन्न दलों के ईमानदार और बुद्धिमान विद्वानों को अपनी पार्टी के साथ जोड़ेगी और सभी निर्वाचित प्रतिनिधि आगामी दिल्ली समिति के चुनावों में भाग लेकर गुरुद्वारों के प्रबंधन में सुधार करेंगे।
साथ ही, जो व्यक्ति हमारी पार्टी की ओर से धार्मिक चुनाव लड़ेगा, वह फिर कभी राजनीतिक दलों के साथ चुनाव नहीं लड़ेगा।
हरमनजीत ने कहा कि शिरोमणि अकाली दल बादल के लंबे समय के बाद मेंंने आज पार्टी छोड़ कर अकाली दल डेमोक्रेटिक पार्टी में शामिल हुुुआ। “मैंने मनजिंदर सिंह सिरसा और हरमीत कालका के कारण पार्टी छोड़ दी है,”। इन दोनों ने दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की व्यवस्था को बर्बादी के कगार पर धकेल दिया है। उन्होंने कहा कि सिरसा अपने निजी वाहनों में तेल के लिए और गुरु के गोले से घर में काम करने वाले लोगों को पैसे भी देता है। उन्होंने कहा, “मैं एक कार्यकारी सदस्य था। जब मैंने समिति के प्रबंधन के लिए कालका और सिरसा से जवाब मांगा, तो उन्होंने साफ मना कर दिया।”
राज्यसभा सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा में हुए भर्ष्टाचार को लेकर शिरोमणि अकाली दल डेमोक्रेटिक ने 5 लोगों की कमेटी बनाई है।