शाहबेरी के निवासियों ने निकाला विरोध मार्च , दी चेतावनी
Rohit Sharma / Rahul Kumar Jha
ग्रेटर नोएडा शाहबेरी के हजाररों की संख्या में निवासियों ने इखट्टे होकर बाइको के माध्यम से सद्भावना रैली प्राधिकरण के दफ्तर तक निकाली , जिसमें यातायात नियमों को पालन किया गया । साथ ही हेलमेट अनिवार्य रखा गया है। सद्भावना बाइक रैली में हजारों की संख्या में महिलाएं , बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हुए । प्राधिकरण दफ्तर होते हुए परीचौक से शाहबेरी मार्ग में पर वापसी जाकर समापन किया गया।
सद्भावना रैली कें दौरान यह ध्यान रखा गया कि किसी भी प्रकार के सड़क जाम से बचाया जा सके और किसी भी एंबुलेंस को सद्भावना रैली के दौरान फँसना ना पड़े , इस दौरान भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य तेजा गुर्जर भी मौजूद रहे एवं अनिल चौधरी मुकुल त्यागी एसके उपाध्याय एवं हजारों हजार की संख्या में लोगों ने सद्भावना रैली को सफल बनाया ।
इस दौरान संघर्ष समिति के वक्ताओं ने आमजन को संबोधित करते हुए आश्वासन दिया कि आप लोग निश्चिंत रहें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा जो आश्वासन दिया गया था की बायर्स के हितों की रक्षा की जाएगी पर सतीश महाना मंत्री उत्तर प्रदेश ने उनके विचारों पर पानी फेरने का काम किया है , साथ ही उन्होंने कहा कि प्राधिकरण की बोली बोलने का काम किया है इसी के विरोध में यह सद्भावना रैली रखी गई है।
आपको बता दे कि अब शाहबेरी के निवासियों ने निर्णय लिया है कि अगर प्राधिकरण हमारे मांगों को नहीं मानती है , तो किसी भी सूरत में प्राधिकरण को यह अधिकार नहीं है कि वह हमारी बिल्डिंग को तोड़ सके और अगर प्राधिकरण ऐसा कुछ तोड़ने , सीलिंग करने या अन्य कोई भी कार्यवाही करने का प्रयास करती है। तो हम आम जनता है सरकार बनाना और सरकार गिराना यह आम जनता के हाथ में होता है।
साथ ही उन्होंने कहा कि अपने अधिकारों का पूरा उपयोग करेंगे , जरूरत पड़ी तो आने वाले चुनाव में हम वोट बहिष्कार भी करेंगे । अगर प्राधिकरण का कोई अधिकारी या टीम शाहबेरी के अंदर किसी भी बिल्डिंग को तोड़ने या सिलिंग कार्रवाई हेतु आता है, तो शाहबेरी के सवा लाख लोग उनका विरोध करेंगे , क्योंकि शाहबेरी के सभी लोग पढ़े लिखे हैं।।
वही कुछ निवासियों का कहना है कि अपने हक के लिए अपनी ताकत का इस्तेमाल भी करना जानते हैं , चाहे कोर्ट हो या धरातल पर हम हर जगह प्राधिकरण के दमनकारी नीतियों का विरोध करेंगे और प्राधिकरण को चेतावनी देते हैं की गलती से भी शाहबेरी के लोगों के सपनों के घरों को तोड़ने का प्रयास ना करें नहीं तो इसका अंजाम आम जनता विरोध करके दिखाएगी और तोड़ना तो दूर की बात वह किसी बिल्डिंग को छू भी नहीं पाएंगे क्योंकि बिल्डर तो बेच कर भाग गए पर अब जो यहां लोग रह रहे हैं वह आम जनता हैं और उनका जीवन भर की कमाई इन मकानों में लगी है ।
वह किसी भी कीमत पर मरते दम तक इन मकानों को खाली नहीं करेंगे और आखरी दम तक प्राधिकरण के गलत नीतियों का विरोध करते रहेंगे और आने वाले समय में भी आंदोलन और उग्र होगा और इसका खामियाजा प्राधिकरण को भुगतना पड़ेगा।