एक मरीज मिलने पर नही होगी पूरी सोसायटी सील, डीएम ने जारी किए नए दिशा-निर्देश

Abhishek Sharma

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उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित सुपरटेक इको विलेज सोसायटी में कोरोना वायरस से संक्रमित दो मरीज मिलने के बाद पूरी सोसाइटी को बंद करने पर अच्छा-खासा बवाल हो गया।

पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर किसी तरह विवाद शांत कराया। भविष्य में ऐसी स्थिति न पैदा हो इसके लिए जिला प्रशासन ने अब बीच का रास्ता निकाला है।

गौतमबुद्धनगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई ने नए निर्देश जारी करते हुए स्पष्ट किया है कि किसी सोसाइटी से कोरोना का केस मिलने पर सिर्फ उस टावर को सील किया जाएगा, जिसमें वह मरीज रहता था। एक मरीज मिलने पर पूरी सोसाइटी को सील नहीं किया जाएगा।

हालांकि एक से ज्यादा केस मिलने की स्थिति में 500 मीटर का कंटेनमेंट जोन और 250 मीटर का बफर जोन बनाने का नियम पहले की तरह ही रहेगा। अगर किसी सोसाइटी के दो टावर 500 मीटर के दायरे से बाहर हैं, तो उसे कंटेनमेंट जोन में नहीं शामिल किया जाएगा।

दरअसल ग्रेटर नोएडा स्थित सुपरटेक इकोविलेज (प्रथम) सोसाइटी में सोमवार को कोविड-19 से संक्रमित दो मरीज मिले थे। सोमवार को इन मरीजों की जांच रिपोर्ट आई थी जिसके बाद जिला प्रशासन की टीम शाम को सोसाइटी को बंद करने पहुंची तो वहां के निवासी उग्र हो गए।

निवासियों ने जिला प्रशासन की टीम का विरोध करते हुए कहा कि जिस टावर में मरीज मिले हैं, सिर्फ उसी टावर को बंद किया जाए। पूरी सोसाइटी को बंद करना ठीक नहीं है।

जिला प्रशासन, पुलिस व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने जब लोगों को बताया कि कोविड-19 से जुड़े नियम के तहत 500 मीटर क्षेत्र को बंद करना पड़ेगा और इस दायरे में यह सोसाइटी भी आती है तो लोग मानने को तैयार नहीं थे।

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