जीबीएन एसएसपी वैभव कृष्ण और उनकी टीम ने डाली थाना 20 पर रेड ,थाना प्रभारी सहित तीन पत्रकार रंगे हांथों धर-दबोचे
Talib Khan / Rohit Sharma
NOIDA, (30/1/2019): उत्तर प्रदेश मे पुलिस पर लगातार भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहते है लेकिन इस बार एक ऐसे गैंग का खुलासा हुआ है जो की पुलिस और मीडिया मिलकर चलाती थी , लेकिन इस बार पुलिस और मीडीया को ये नही पता की उनके लिए बाकाएदा एक आपरेशन ट्रैप चलाया गया है और ये पुरा गैंग एक साथ एसएसपी के ट्रैप मे फंस गया और रंगेहाथ इन्सपैक्टर और मीडिया कर्मीयो को गिरफ्तार कर लिया गया|
आईये आपको दिखाते है की किस तरह आपरेशन ट्रैप बनाया गया और किस तरह इस गैंग के सभी सदस्य एक साथ लाखो रुपए के साथ गिरफ्तार किए गए |
ये है कोतवाली सेक्टर 20 नोएडा , ये पुरे जिले की सबसे बङी कोतवाली है जाहिर है की कोतवाली बङी तो पैसा भी बड़ा है , लेकिन इस कोतवाली मे सिर्फ कोतवाली नही चलती यहा पर पुलिस एक गैंग चलाती है जो की ब्लैकमेलिंग,रंगदारी समेत सारे वो काम किए जाते है जो की एक अपराधी करता है |
27 जनवरी को एसएसपी को एक शिकायत मिली एक काल सेंटर मे गिरफ्तार लोगो के नाम निकलवाने और उनके काल सेंटर को बचाने के नाम पर कोतवाली 20 के एसएचओ मनोज पंत पैसो की मांग कर रहे है |
शिकायत पर एसएसपी ने तुरंत संज्ञान लिया और एक आपरेशन ट्रैप नाम से टीम गठीत करी , जब जांच शुरु हुई तो एसएसपी भी भौचक्के रह गए ,क्योकी अकेले एसएचओ नही 3 मीडीया कर्मी भी इसमे शामिल मिले , लेकिन कप्तान के पास चैलेंज था की रंगेहाथ कैसे इन लोगो को पकङा जाए | लिहाजा पुरा सावधानीया बरतते हुए 8 लाख रुपए मे फोरेन्सिंक पाउडर लगाया गया और कल रात तकरीबन 2 बजे एसएचओ 20 के केबिन मे जब वो पैसे एसएचओ को दिए जा रहे थे उसी वक्त छापा मार दिया | मौके से 8 लाख रुपए,एक पिस्टल,एक मर्सडीज कार बरामद करी गई |
पिछले साल सैकङो फर्जी काल सेंटर पकड़े गए,बस उसी के बाद ये गैंग सक्रीय हो गया ,इस गैंग मे थाना एसएचओ 20 मनोज पंत,मीडीयाकर्मी सुशील पंडित,उदित गोयल और रमन ठाकुर व थाने का एडिशनल एसएचओ जयवीर शामिल था | मीडियाकर्मी डरा धमका कर काल सेंटर वालो के एचएचओ के पास लाते थे और फिर एसएचओ उनसे मनमाने ढंग से रंगदारी वसुलता था | मनोज पंथ और ये 3 मीडीया कर्मी मिलकर अब तक करोङो रुपए की उगाही कर चुके है , एसएसपी ने जब छापेमारी करी तो वो खुद मौके पर मोजुद रहे |
रिश्वत मे दिए गए रुपयो मे पाऊडर लगा हुआ था पत्रकारो और इन्सपेक्टर के हाथ धुलवाए गए तो वो पाऊडर छुट गया | मीडिया और पुलिस के इस गढजोङ ने जहा पुलिस के आला अफसरान को झंझोर दिया तो वही तथाकथित पत्रकारो की पोल भी खोल दी की वो किस तरह शहर मे और देहात मे ब्लैकमेलिक के जरिए लुट पाट मचा रहे है |
मौके से पत्रकार सुशिल पंडित के पास से एक मर्सडीज कार बरामद हुई है जब उस कार की छानबीन करी गई तो वो कार लुट या चोरी की निकली| उस कार के असली मालिक की पहचान भी अभी तक नही हो पाई है |
एसएसपी की माने तो पकङे गए इन्सपैक्टर,और मीडीया कर्मीयो की प्रापर्टी की भी जांच करी जाएगी और उगाही से बनाई गई प्रापर्टी के खिलाफ भी कार्यवाही करी जाएगी| हालांकिअभी इस मामले मे एक जितेन्द्र नाम का युवक फरार बताया जा रहा है |
वही इस मामले में आज गौतमबुद्ध नगर के एसएसपी वैभव कृष्ण ने प्रेस वार्ता करते हुए बताया की नोएडा थाना 20 के प्रभारी मनोज पंत और तीन पत्रकारों को गिरफ्तार किया गया | जिन्होंने 18 नवंबर 2018 में एक कॉल सेंटर पर हुई छापेमारी के बाद मुकदमे एक व्यक्ति का नाम हटाने को लेकर नोएडा थाना 20 में डील चल रही थी | वही इस मामले में उनके लिए बाकाएदा एक आपरेशन ट्रैप चलाया गया है और ये पुरा गैंग एक साथ एसएसपी के ट्रैप मे फंस गया और रंगेहाथ इन्सपैक्टर और मीडिया कर्मीयो को गिरफ्तार कर लिया गया
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