नई दिल्ली :– देश मे बहुत सी ऐसी एनजीओ होती है , जिनका मकसद सिर्फ बिना स्वार्थ के लोगों की सेवा करना होता है, वही इस कड़ी में एक ऐसी एनजीओ काम कर रही है , जिसका मकसद गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा देना , साथ ही बच्चों को अपना भविष्य बनाने के लिए उन्हें तैयार करना है। जी हाँ उस संस्था का नाम शांति देवी मित्तल फाउंडेशन है।
पूर्वी दिल्ली की सामाजिक संस्था शान्ति देवी मित्तल फ़ाउंडेशन के संस्थापक नितिन मित्तल से टेन न्यूज़ ने की खास बातचीत । उन्होंने बताया कि हर साल 500 विद्यार्थी हमारे फाउंडेशन से पढ़ाई , कंप्यूटर , सिलाई और ब्यूटी पार्लर सीखकर बड़ी बड़ी कम्पनियों में काम कर रहे है।
साथ ही उन्होंने बताया कि पिछले 5 सालों में 2 हज़ार से ज्यादा बच्चों का भविष्य बनाया है। हमारी फाउंडेशन के द्वारा निशुल्क शिक्षा दी जाती है। खासबात यह है कि हमारी फाउंडेशन हैप्पीनेस क्लासेज के माध्यम से बच्चो की शिक्षा दी जाती है , जो शिक्षा प्राइवेट स्कूलों में दी जाती है , साथ ही हमारे फाउंडेशन में उच्च शिक्षा प्राप्त शिक्षक बच्चों को पढ़ाते है।
उन्होंने बताया कि पूर्वी दिल्ली की सामाजिक संस्था शान्ति देवी मित्तल फ़ाउंडेशन द्वारा संचालित स्केट्स होप सेंटर के संस्थापक सुरेश मित्तल, जो विभिन्न सामाजिक कार्यों में संलग्न है, वह इस कोविड महामारी में भी समाज के विभिन्न वर्गों की सहायता की ।
हमारी संस्था ने कोविड की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए समाज के विभिन्न वर्गों की सहायता के लिए एक अप्रैल से ऑक्सीजन मशीन/कंसेंट्रेटर्स निशुल्क प्रदान किया। कोविड महामारी में लोगों की मदद कर रही है हमारी संस्था ने 50,000 से ज़्यादा मास्क बनवाकर वितरण करें।
सामान्य परिस्थिति में हमारी संस्था निशुल्क प्रशिक्षण केन्द्र का संचालन करती है, जिसमें सिलाई,कम्प्यूटर्स एवं ब्यूटी पार्लर का छह माह का कोर्स कराया जाता है। इसके अतिरिक्त कक्षा तीसरी से कक्षा 9 तक के बच्चों को निशुल्क सभी विषयों की कोचिंग दी जाती है।
शांति देवी मित्तल फाउंडेशन द्वारा ईस्ट स्कूल ब्लॉक, मंडावली गरीब बच्चों के लिए नि:शुल्क कौशल सुविधा और कोचिंग सेंटर खोला गया। अभी तक क्षेत्र के निम्न और मध्यम वर्ग के 2000 से ज्यादा बच्चों ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाकर सीख रहे है। दो शिफ्ट में बच्चों को कोचिंग दी जाती है। इस कार्य के लिए प्रशिक्षित शिक्षकों को नियुक्त किया गया है।
शांति देवी मित्तल फाउंडेशन के अध्यक्ष सुरेश मित्तल ने बताया कि इस फाउंडेशन को चलाने में बहुत मुसीबतों का सामना करना पड़ा , हमारे फाउंडेशन के साथ बहुत सी एनजीओ जुड़ी । आज हमारी फाउंडेशन में हर साल 500 से ज्यादा विद्यार्थी शामिल होते है। हमारा मकसद है कि सभी बच्चों को शिक्षा मिलनी चाहिए , खासकर स्लम बस्तियों के बच्चों को , जो अपनी पढ़ाई छोड़कर साफ सफाई का काम करते है। वो बच्चें पढ़कर हमारे फाउंडेशन नाम रोशन करते है।