दिल्ली के बाद अब यूपी में लागू होगा ऑड-ईवन फार्मूला, लोगों को मिलेगी प्रदुषण से राहत
ABHISHEK SHARMA
Greater Noida : देश की राजधानी दिल्ली की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में ऑड-इवेन का फॉर्मूला जल्द लागू हो सकता है। राज्य सरकार यूपी में हर तरह से वायु प्रदूषण रोकने का प्रयास कर रही है। सूबे की योगी सरकार वायु प्रदूषण को रोकने के लिए इस फॉर्मूले पर विचार कर रही है।
योगी सरकार के मंत्री दारा सिंह चौहान ने कहा कि उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह और ट्रैफिक पुलिस को यूपी में ऑड-इवन फॉर्मूले को लागू करने के निर्देश दे दिये गये हैं। यूपी में यह कब से लागू करेंगे, यह पुलिस विभाग के लोग ही बताएंगे। गौरतलब है कि दिवाली के बाद से लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने सोमवार से ऑड-इवेन का फॉर्मूला लागू किया है जो चार नवम्बर से 15 नवम्बर तक लागू रहेगा।
नोएडा ट्रैफिक पुलिस अधिकारीयों का कहना हैं कि दिल्ली में वर्ष 2015 में ऑड-ईवन फॉर्मूला की शुरुआत हुई थी, जिसके चलते नोएडा में वाहनों का दबाव काफी हद तक कम हुआ था। इसी तरह इस बार भी दिल्ली में ऑड-ईवन लगने से यहां लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है। बता दें कि एक अनुमान के अनुसार, दिल्ली-नोएडा के बीच रोजाना करीब 8 लाख वाहनों की आवाजाही होती है। दिल्ली में ऑड-ईवन फॉर्मूला लागू होने से करीब 4 लाख वाहनों की संख्या में कमी होने का अनुमान है।
लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के कई शहरों में प्रदूषण की हालत बद से बदतर है। दिवाली के बाद से धुंध छाई है। लखनऊ में औसत वायु सूचकांक (एक्यएक्यूआई) 400 के आसपास बना हुआ है, जो काफी खतरनाक है। राज्य सरकार ने प्रदूषण कम के लिए सड़क निर्माण, ईंट-भट्टों की बंदी समेत कई जरूरी कदम उठाये हैं, लेकिन एक्यूआई कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
इसे देखते हुए राज्य सरकार यूपी में ऑड-इवेन के फॉर्मूले पर विचार कर रही है। लखनऊ में सबसे पहले इसका प्रयोग किया जा सकता है। क्या होता है ऑड-ईवन नंबर गणितीय भाषा में 1,3,5,7 और 9 को ऑड नंबर कहते हैं। इसी तरह 0, 2,4,6 और 8 इवेन नंबर हैं।
अगर आपकी गाड़ी की प्लेट का आखिरी नंबर ऑड (1,3,5,7,9) है तो आप निश्चित तारीख तक ही इस नंबर की गाड़ी चला सकते हैं। वहीं, अगर आपकी गाड़ी का आखिरी नंबर ईवेन (2,4,6,8,0) है तो आप अगली नियत तारीख तक ही गाड़ी चला सकेंगे।