आई0टी0एस0-इन्स्टीट्यूट आॅफ मैंनेजमेंट – गंेस्ट लेक्चर सीरीज-अन्तरदर्शन

आई0टी0एस0-इन्स्टीट्यूट आॅफ मैंनेजमेंट . गंेस्ट लेक्चर सीरीज-अन्तरदर्शन

आई0टी0एस0-इन्स्टीट्यूट आॅफ मैंनेजमेंट में दिनांकः 18.02.2014 को गेस्ट लेक्चर सीरिज के तहत अन्तरदर्शन कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला में डाॅ0 नचकेता मिश्रा जो कि रेड स्क्यावयर डवलर्पस प्राईवेट लिमिटेड में वाइस प्रेसिडेंट एच0आर0डी0 (टपबम च्तमेपकमदज.भ्त्क्ए त्मक ैुनंतम क्मअमसवचमते च्अजण् स्जक) हैं ने वतौर विशेषज्ञ शिरकत की।
इस कार्यक्रम के दूसरे विशेषज्ञ श्री कौशल मिश्रा थे जोकि इलाहाबाद विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में पोस्ट ग्रेजूएट है एवं स्वतंत्र सलाहकार हैं।
आई0टी0एस0-इन्स्टीट्यूट आॅफ मैंनेजमेंट के निदेशक डाॅ0 एस0पी0 सिंह ने अपने स्वागत भाषण में कार्यक्रम के लिए आये विशेषज्ञों का स्वागत किया एवं उनके बहुमूल्य समय के लिए उन्हें धन्यवाद दिया। डाॅ0 सिंह ने आशा व्यक्त की कि ’’अन्तरदर्शन’’ के ऊपर व्याख्यान एवं साइकोमैट्रिक प्रोफाइलिंग से पी0जी0डी0एम0 छात्र एवं छात्राओं को अवश्य लाभ मिलेगा एवं भविष्य में वे अच्छे निर्णय ले सकेगें।
कार्यक्रम की शुरूआत में आई0टी0एस0-इन्स्टीट्यूट आॅफ मैंनेजमेंट के विद्यार्थियों ने दोनों विशेषज्ञों को फूलों के गुलदस्तों से सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में डाॅ0 नचकेता मिश्रा ने कहा कि आज कल के बदलते व्यवसायिक परिवेश में कई प्रकार के मनोवैज्ञानिक तनाव से छात्रों एवं भावी प्रबंधकों को कठिनाईयों को सामना करना पड़ता है। इस मनोवैज्ञानिक तनाव के कई कारण हैं जैसे- परस्पर प्रतिस्पर्धा, नई मान्यताएॅं, बदलते मूल्य एवं सांस्कृतिक विविधिताएॅं। ऐसे परिवेश में हर व्यक्ति को समय के साथ अपने व्यक्तित्व में बदलाव करने की आवश्यकता है। डाॅ0 नचकेता मिश्रा एवं श्री कौशल मिश्रा ने कार्यक्रम में छात्र एवं छात्राओं का साइकोमैट्रिक टेस्ट किया एवं उनके व्यक्तित्व के महत्वपूर्ण पहलुओं को उजागर किया। तदुपरान्त, छात्र एवं छात्राओं को अपने कैरियर को चुनने के लिए अपने व्यक्तित्व को समझना एवं निर्णय लेना अनिवार्य बताया गया।
कार्यक्रम में आई0टी0एस0-इन्स्टीट्यूट आॅफ मैंनेजमेंट के फैकल्टि सदस्य डाॅ0 सरजू देवी, डाॅ0 शालिनी सिंह, डाॅ0 के0सी0 मेंहर, प्रोफे0 सुनीता कौल, प्रो0 फरहत मोहसिन, प्रो0 नेहा जैदी, प्रो0 निशिकान्त बेले, प्रो0 प्रवास घोष एवं प्रो0 जितेन्द्र वशिष्ठ ने भी शिरकत की। कार्यक्रम के अंत में प्रो0 अनिमेश सिंह ने धन्यवाद प्रस्ताव किया।

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