नई दिल्ली :– हरियाणा के यमुनानगर के हथिनिकुंड बांध से पानी छोड़े जाने के चलते दिल्ली में यमुना खतरे के निशाने के करीब बह रही है। हालांकि, दिल्ली सरकार का कहना है कि बाढ़ जैसे हालात से निपटने के लिए उसकी तैयारी पूरी है।
सिंचाई व खाद्य नियंत्रण विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि आज सुबह 10 बजे तक यमुना का लेवल 204 मीटर नापा गया है, जो खतरे के निशान 204.50 मीटर से बस कुछ कम है. उन्होंने बताया कि हथिनीकुंड बैराज से 7,418 क्यूबिक मीटर प्रति सेकेंड (क्यूसेक) की रफ्तार से पानी छोड़ गया है ।
एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक, सोमवार की सुबह को भी हथिनीकुंड बैराज से 5,883 क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया था, जिससे नदी का स्तर बढ़ा है. बता दें कि एक क्यूसेक का मतलब 28 लीटर प्रति सेंकेंड होता है।
दिल्ली के जल एवं स्वास्थ्य मंत्रालय सत्येन्द्र जैन ने कहा, ‘हमारे पास बाढ़-नियंत्रण के लिए सिस्टम तैयार है, जरूरत पड़ने पर इसे एक्टिवेट कर दिया जाएगा.’ उन्होंने कहा कि सरकार नदी के जलस्तर पर नजर रख रही है और इलाके में रहने वाले- पल्ला गांव से लेकर ओखला तक- लोगों के लिए पहले से योजना तैयार करके रखी गई है ।
बता दें कि नदी का जलस्तर पिछले कुछ दिनों में यहां हुई अच्छी बारिश के चलते भी बढ़ा है. भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि दिल्ली में बुधवार और शुक्रवार के बीच मध्यम से तेज बारिश देखने को मिल सकती है।
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