New Delhi (18/12/2021): एसएससी जीडी कांस्टेबल 2018 की भर्ती में नियुक्ति की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का प्रदर्शन थमने का नाम नहीं ले रहा है। दिल्ली के जंतर मंतर पर लगातार पिछले चार महीने से छात्र आंदोलन कर रहे हैं। आपको बतादें कि कुछ दिन पहले छात्रों को प्रशासन ने यहां से घर वापस भेज दिया थे लेकिन आज हज़ारों की संख्या में फिर से जंतर मंतर पर धरना देने के लिए देश के अलग अलग क्षेत्रों से जुटे। टेन न्यूज़ से बात करते हुए छात्रों ने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांग को पूरा नहीं करती है ये आंदोलन ऐसे हीं जारी रहेगा।
प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों का आरोप है की एसएससी जीडी 2018 भर्ती में 60,210 पदों में लगभग 45 अभ्यर्थियों ने नियुक्ति नहीं ली है। उनकी जगह मेडिकल फिट युवाओं को तत्काल प्रभाव से नियुक्ति दी जाएं। तीन साल की लंबी प्रक्रिया के चलते 75 फीसदी युवाओं की उम्र अधिक हो गई है। आखिर उसके लिए जिम्मेदार कौन है। अभ्यर्थियों ने नियुक्ति की मांग को लेकर नारेबाजी की और भविष्य में बड़े आंदोलन की चेतवानी दी। छात्रों ने कहा की हमारी मांग को अगर सरकार नहीं मानती है तो आने वाले दिनों में अलग अलग राज्यों में होने वाले चुनाव में छात्र बीजेपी के खिलाफ मतदान करने का काम करेगा।
छात्रों ने कहा कि सभी छात्र 2018 में एसएससी का एग्जाम और मेडिकल क्लियर कर चुके हैं। जिसका रिज़ल्ट इसी साल फरवरी में घोषित किया जाना था। रिज़ल्ट पूरे 3 साल लेट है, वहीं छात्रों का कहना है कि रिज़ल्ट के इंताजर में अधिकतर अभ्यर्थी निर्धारित आयुसीमा को पार कर चुके हैं। लेकिन सरकार ने केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में खाली पड़े पदों पर अभी तक किसी की नियुक्ति नहीं कि है।
छात्रों ने कहा कि हम अपनी हक की मांग कर रहे हैं सरकार से भीख नहीं मांग रहे हैं। इतनी ठंड में सभी छात्र जो आज दिल्ली जंतर मंतर पर पहुंचे हैं, अपने घर से हजारों किलोमीटर दूर उनके लिए आखिर कौन जिम्मेवार है। छात्रों ने कहा कि केंद्र में बैठी मोदी सरकार निकम्मी है जो युवाओं की आवाज को नहीं सुन रही है। कई छात्रों ने कहा कि एग्जाम पास किए हुए काफी वक्त हो गया और हम लोग उम्मीद में बैठ रहे है कि सरकार जॉइनिंग लेटर देगी लेकिन अभी तक जॉइनिंग लेटर आया नहीं।
कई छात्रों ने कहा कि हमारी उम्र निकल गई और अभी तक नियुक्ति हुई नहीं आखिर हम करेंगे क्या। आपको बता दें कि लगातार पिछले 5 महीनों से एसएससी के छात्र दिल्ली का जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रहे हैं पिछले हफ्ते इनके प्रदर्शन में भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद भी शामिल हुए थे। कई बार इनकी आवाज संसद में भी उठ चुकी है लेकिन सरकार के तरफ से अभी इन्हें कोई आश्वासन नहीं मिला है।