यमुना प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में स्मार्ट सिटी और नोएडा एयरपोर्ट को लेकर लिए ये बड़े फैसले

ABHISHEK SHARMA

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Greater Noida : यमुना प्राधिकरण की 67वीं बोर्ड बैठक आयोजित की गई जिसमे विभिन्न फैसले लिए गए एवं कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर भी बोर्ड ने मुहर लगाई। फिलहाल चर्चा का विषय जेवर में बनने वाले नोएडा एयरपोर्ट के नजदीक बसाई जाने वाली स्मार्ट सिटी हैं।

यमुना प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव पर मंजूरी दी गई। नोएडा ग्रीनफील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट के 3 किलोमीटर के दायरे में स्मार्ट सिटी के रूप में एक नया शहर बसाया जाएगा। प्राधिकरण का दावा है कि यह शहर अंतराष्ट्रीय सुविधाओं से लैस होगा।

यह देश में बनने वाली पांच स्मार्ट सिटीज़ में से एक होगी। यमुना प्राधिकरण की बोर्ड बैठक में इसकी पहली रिपोर्ट को रखा गया। बोर्ड ने इसकी डीपीआर किसी अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी से बनवाने की बात कही। अब जल्द ही एजेंसी का चयन किया जाएगा।

देश में पांच स्मार्ट सिटी बनाने का प्रस्ताव केंद्रीय आम बजट में रखा गया है। जिसके चलते इसकी जिम्मेदारी यमुना प्राधिकरण को सौंपी गई है। प्राधिकरण के जरिये प्रदेश सरकार को प्रस्ताव भेजा गया है, जो केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।

इस स्मार्ट सिटी में आवास, दफ्तर, शॉपिंग कांप्लेक्स, खेल का मैदान समेत तमाम आधुनिक सुविधाएं एक ही जगह उपलब्ध होंगी, ताकि ट्रांसपोर्ट की जरूरत बहुत कम पड़े। प्राधिकरण के सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि अब इस शहर की डीपीआर जल्द बनवाने की कोशिश की जाएगी।

 

छह रनवे का होगा नोएडा ग्रीनफील इंटरनेशनल एयरपोर्ट

वहीं, जेवर में बनने वाले नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को अब छह रनवे का बनाया जाएगा। प्रथम चरण में दो रनवे का निर्माण 2022 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। शेष चार रनवे का निर्माण दूसरे व तीसरे चरण में होगा। यमुना प्राधिकरण बोर्ड ने एयरपोर्ट के विस्तार को मंजूरी देते हुए प्रदेश सरकार के फैसले को स्वीकार कर लिया।

पिछले दिनों मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा ग्रीनफ़ील्ड इंटरनेशनल एयरपोर्ट को भारत और एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट (छह रनवे) बनाने की घोषणा की थी। देश में फिलहाल तीन रनवे का एयरपोर्ट संचालित है।

यमुना प्राधिकरण की बोर्ड  बैठक के बाद यमुना प्राधिकरण सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि पहले चरण का निर्माण पूरा होने के बाद दूसरे चरण के लिए करीब तीन हजार हेक्टेयर भूमि और अधिगृहीत की जाएगी। इसके लिए प्रदेश सरकार ने अपने बजट में दो हजार करोड़ रुपये का प्रावधान जेवर एयरपोर्ट के लिए किया है।

इतनी ही धनराशि नोएडा, ग्रेटर नोएडा व यमुना प्राधिकरण संयुक्त रूप से देंगे। इस धनराशि से दूसरे चरण के निर्माण के लिए जमीन अधिगृहीत की जाएगी। प्रथम चरण के निर्माण पर करीब पांच हजार करोड़ रुपये खर्च होगा।

दूसरे व तीसरे चरण के निर्माण के लिए विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने की जिम्मेदारी कंसलटेंट कंपनी पीडब्लूसी को दी गई है। तीन माह के अंदर वह अपनी रिपोर्ट देगी। इसके बाद दूसरे व तीसरे चरण का काम शुरू हो जाएगा।

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