योग हमें गंभीर नहीं बल्कि अनुशासित बनाता है, शोभित विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित योगा शिविर में बोले पदम श्री भारत भूषण
आज शोभित विश्वविद्यालय द्वारा पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय योगा शिविर की ऑनलाइन शुरुआत की गई जिसका उद्घाटन वैश्विक योगा गुरु पदम भारत भूषण द्वारा किया गया। योगा शिविर की शुरुआत में बोलते हुए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति कुंवर शेखर विजेंद्र ने कहा कि यह 7 साल की ऐसी यात्रा है जिसने विश्व को पुनर्स्थापित करने में बहुत बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि योगा कोई शारीरिक क्रिया नहीं है या कोई धार्मिक क्रिया नहीं है यह आत्मा का मिलन है। उन्होंने कहा कि मेरे अनुसार योगा एक जरिया है जीवन को जीने का। पतंजलि ऋषि द्वारा दिए गए योग के आठों चरण के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि जब हम योग की बात करते हैं तो हमें पतंजलि ऋषि द्वारा बताए गए नियमों का पालन करना चाहिए। केवल योगासन करना ही योग नहीं है। अगर हमें अपने जीवन को संतुलन बनाना है तो हमें 8 नियमों को ध्यान में रखकर चरणबद्ध तरीके से योग को अपनाना चाहिए।
उद्घाटन सत्र में मुख्य वक्ता के रुप में बोलते हुए वैश्विक योगा गुरु पदम भारत भूषण ने योग के ऊपर बोलते हुए कहा कि योग हमें गंभीर नहीं बल्कि अनुशासित बनाता है। उदाहरण देते हुए बताया कि जिस प्रकार महाभारत के युद्ध में जहां चारों तरफ युद्ध का भय, नकारात्मकता व्याप्त थी वहां पर भी एक व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान बनी हुई थी। वह थे भगवान श्री कृष्ण क्योंकि वह हर परिस्थिति को उत्सव की तरह मनाते थे। उन्होंने बताया कि योग अपने आप में एक चमत्कार है आप सबको उसे अपनाना चाहिए। जब बहुत सारे व्यक्ति एक साथ बैठकर एक स्थान पर योग करते हैं तो वह सब एक दूसरे के हमेशा के लिए दोस्त बन जाते हैं और इसका परिणाम यह हुआ कि आज पूरा विश्व योग के माध्यम से भारत का दोस्त बन गया। आज से पहले बहुत सारे देशों ने भारत पर जोर जबस्ती से राज किया किंतु भारत ने अपनी विद्या, अपने प्रेम एवं योगा के माध्यम से दूसरे देश के लोगों के दिलों पर राज किया। उन्होंने शोभित विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित योगा उत्सव एवं उनके प्रयासों की प्रशंसा की।
कार्यक्रम का संचालन मनोचिकित्सक डॉ पूनम देवदत्त द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि योगा शिविर के अगले चरणों में पदम नोफ अलमरवाई, योगा कोच, सऊदी अरब; योगा गुरु डॉ सुरक्षित गोस्वामी; योगा गुरु सोहन सोहम, अयूर योगा आश्रम; योगिनी कलीजी, संस्थापक, त्रियोगा कैलिफ़ोर्निया द्वारा पांच दिवसीय योग शिविर में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर नेहा त्यागी, डॉ अनीता राठौर मुख्य रूप से उपस्थित रहे।