अब लम्बी रूट पर बसें चलाएगा रोडवेज विभाग
अथॉरिटी के फैसले के बाद यूपी रोडवेज ने भी अपनी प्लानिंग करनी शुरू कर दी है। विभाग ने भी साफ कर दिया है कि अगर अथॉरिटी अपनी बसें वापस लेती है तो, वे सिटी रूटों का संचालन बंद करके अपनी बसों को हटा लेंगे। फिर विभाग ग्रेटर नोएडा से अन्य जिलों व बड़े शहर के लिये बस सेवा शुरू करेगा। इसके लिये अधिकारियों ने रोडवेज विभाग से डीजल बसों की मांग की है। हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि अथॉरिटी कब अपनी बसें वापस लेगी।
ग्रेटर नोएडा में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था करने के लिये अथॉरिटी ने कासना में डिपो बनकर रोडवेज को दिया था। इसके अलावा रोडवेज को अथॉरिटी ने सिटी बस सेवा के लिये 45 बसे खरीद कर दी थी। साथ ही अथॉरिटी ने संचालन में आने वाले सभी खर्च और डिपो के मैटिनेंस का खर्च भी उठाने की जि मेदारी ली थी। उसके बाद रोडवेज ने ग्रेनो डिपो से 78 बसों के साथ सिटी व अन्य रूटों पर बसों का संचालन शुरू किया था। लेकिन, उसके बाद भी सिटी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुधर नहीं पा रहा है। जनसं या बढने के साथ ट्रांसपोर्ट सुविधा छोटी लगती जा रही है। जिससे शहर के विकास पर असर पड़ रहा है। ऐसे में अथॉरिटी ने शहर में ट्रांसपोर्ट व्यवस्था की जिम्मेदारी निजी हाथों में सौंपने की प्लानिंग व रोडवेज से अपनी बसे वापस लेने की तैयार कर रही है। ऐसे में रोडवेज ने भी यूटर्न ले लिया है और अपनी आगे की प्लानिंग शुरू कर दी है। एआरएम सतेन्द्र कुमार वर्मा ने बताया कि अगर अथॉरिटी अपनी बसें वापस लेती है तो, रोडवेज सिटी रूट का संचालन बंद कर देगा। सिटी बस सेवा में चल रही सभी बसों को बंद कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके बाद विभाग ग्रेटर नोएडा से अन्य जिलों और बड़े शहरों के लिये बस चलाएगा। इसके लिये विभाग के लखनऊ मुख्यालय में 150 डीजल बसों की डिमांड भेजी जा चुकी है।