आदरणीय मनोज तिवारी जी भाजपा दिल्ली अध्यक् ष
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Kapil Mishra Letter to Manoj Tiwari Ji
आदरणीय मनोज तिवारी जी
भाजपा दिल्ली अध्यक्ष
भैया, सादर प्रणाम
कल आपका वीडियो आया है जिसमे आप नोटबंदी के चलते लंबी लंबी लाइन में खड़े लोगो का मजाक उड़ा रहे है और ये भी कह रहे है कि कैसे देशभक्ति का नाम लेते ही सबको मूर्ख बनाना कितना आसान है। आपको अपनी गलती का अहसास है ये इस बात से पता चलता है कि आप वीडियो बनाने वालों को जैसे ही देखते है आप उससे कहते है कि भाई ये वीडियो किसी को दिखाना मत।
आपके साथ लगभग दिल्ली भाजपा का पूरा प्रदेश नेतृत्व वहां बैठा था और सब बड़ी ही बेशर्मी के साथ आपकी बात पर ठहाके मार कर टेबल बजा बजा कर हँस रहे थे।
भैया, ये अशोभनीय है, दर्दनाक है और unacceptable है।
नोटबंदी के कारण लगभग 100 लोगो की केवल लाइन में लगकर ही जान जा चुकी है। कितने बेरोजगार हो गए, कितनो के पास इस ठण्ड में बच्चों के लिए स्वेटर व जूते खरीदने तक के पैसे नहीं है। फैक्टरियाँ, रोजगार, धंधे बंद है या मंद है। कुछ दिन पहले आप लाइन में लगे लोगों को लड्डू बाँट रहे थे और आपके ही संगठन के जबरदस्त विरोध के कारण आपको बंद करना पड़ा।
मैंने कल आपकी एक फोटो देखी, झुग्गी बस्ती में बैठे हुए। Burberry का हज़ारो रूपये का मफलर आपने कस कर लपेटा हुआ था। आप झुग्गी में गए, लोग नोटबंदी की परेशानी बताने लगे आपने दो गाने सुना दिए। आप बैंक के सामने गए , लोग परेशानी बताने लगे, आप गाना सुनाने लगे। व्यापारियों का प्रतिनिधी मंडल आपसे मिलने आया, आपने गाना सुनाकर भेज दिया। आप कमाल के गायक है, अद्भुत। पर इस ईश्वर के वरदान का उपयोग लोगो को, जनता जनार्दन को मूर्ख बनाने, ध्यान भटकाने के लिये न करें। आप जितना गाना है गाइये लेकिन जनता को तबला मत समझिये।
कल के वीडियो के लिए आपको व आपके साथ बैठे सभी BJP के नेताओं जिनमे विपक्ष के नेता विजेंदर गुप्ता जी भी है, आप सबको दिल्ली की जनता से सार्वजनिक माफ़ी मांगनी होगी।
आप भाजपा के दिल्ली के सारे कार्यकर्ताओं को अपने प्रदेश कार्यालय में बुला लीजिये। उन सबको ये वीडियो दिखाइए। उन्ही से पूछिए ये गलत है या नहीं। अगर आपकी अपनी पार्टी के कार्यकर्ता एक स्वर में कहे की भैया ये गलती हुई है आपसे। माफ़ी मांगी चाहिए तो मांग लीजिये माफ़ी। जनता माफ़ कर देगी।
प्रभु आपको गलतियों को समझने व जनता ही जनार्दन है ये जानने की शक्ति व सद्बुद्धि दे।
आपका
कपिल मिश्रा
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