ताशी नुन्ग्शी ने की सलाम नमस्ते में शिरकत
इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (आईएमएस) नोएडा के कम्यूनिटी रेडियो सलाम नमस्ते 90.4 में एवरेस्ट फतह करने वाली विश्व की प्रथम जुड़वा बहने ताशी नुन्ग्शी ने अपना अनुभव बांटा। मात्र 22 साल की उम्र में दुनियां की सबसे ऊंची एवरेस्ट पर तिरंगा फहराकर देश का नाम रोशन करने वाली ताशी नुन्ग्शी ने सलाम नमस्ते में स्टेशन हेड बर्षा छाबरिया को रविवार को प्रसारित होने वाले कार्यक्रम “खास सलाम” के लिए साक्षात्कार दिया।
देहरादून की रहने वाली ताशी नुन्ग्शी मूलरूप से हरियाण की है। ताशी नुन्ग्शी ने बताया कि पर्वतारोहन में सफलता के पीछे उनके पिता कर्नल विरेन्द्र सिंह मलिक का मुख्य योगदान है। आर्मी बैकग्राउंड में पली बढ़ी ताशी नूग्सी ने कहा कि सफलता के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कड़े अनुशासन का होना जरूरी है। मेरे पापा कर्नल विरेन्द्र सिंह मलिक के अनुशासनप्रिय पालन पोषण से ही हमने इस मुकाम को पाया है।
नेहरु इंस्टिट्यूट ऑफ़ माउंटेनियरिंग से ट्रेनिंग ले चुकी ये जुड़वाँ बहने प्रियंका चोपड़ा, अंजेलिना जॉली एवं आमिर खान की फेन है। नुन्ग्शी को खाने में मोमोस तो ताशी को माँ के हाथ का बना चावल दाल बेहत पसंद है। माउंटेनियरिंग के अलावा दोनों बहनों को डांसिंग, म्यूजिक एवं हॉकी खेलने बेहत पसंद है।
आज की युवा पीढ़ी को सन्देश देते हुए दोनों जुड़वाँ बहनों ने कहा की आज का युवा टेक्नोलॉजी का गुलाम सा बनता जा रहा है। हम सभी युवाओ को यह सन्देश देना चाहते है की टेक्नोलॉजी से हट कर हमे कुछ समय प्रकृति के साथ भी बिताना चाहिए यह हमारे शारीरिक एवं मानसिक दोनों रूप में लाभकारी है।
अपने भविष्य की योजनाओ के बारे में बताते हुए ताशी नुन्ग्शी ने बताया की आने वाले समय में हम विश्व की सात सबसे ऊँची छोटी पर फतह प्राप्त करना ही हमारा लक्ष्य है जिनमे से ३ चोटियों पर हम फतह कर चुके है। ताशी नुन्ग्शी ने बताया की महिलों पर बढते अत्याचार को देखते हुए हम “कन्या भ्रुड हत्या” पर समाज को जागरूक करेंगे।
कार्यक्रम का प्रसारण रविवार दोपहर १२ से १ होगा।