MM ख़ान हत्या मामले में बीजेपी नेता करण सिंह तंवर और महेश गिरी पर हो कार्रवाई: AAP
MM ख़ान हत्या मामले में बीजेपी नेता करण सिंह तंवर और महेश गिरी पर हो कार्रवाई: AAP
एनडीएमसी ऑफ़िसर एम एम ख़ान हत्या मामले में पुलिस बीजेपी नेता करण सिंह तंवर और बीजेपी सांसद महेश गिरी पर कोई कार्रवाई ना करके उन्हे क्लीन चिट दे रही है। जिसका आम आदमी पार्टी विरोध करती है और मांग करती है कि एम एम ख़ान के कत्ल के मामले में बीजेपी नेता करण सिंह तंवर को तुरंत एनडीएमसी वाइस चेयरमैन पद से बर्खास्त किया जाए और उन्हे गिरफ्तार कर उनकी भूमिका की जांच की जाए।
इस मुद्दे पर प्रैस वार्ता को सम्बोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के दिल्ली संयोजक दिलीप पांडे ने कहा कि ‘यह बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि दिल्ली पुलिस बिना पूछताछ के दो बीजेपी नेताओं को क्लीन चिट दे देती है और एक सरकारी अधिकारी की हत्या के मामले में बीजेपी नेताओं की भूमिका के बारे में जांच तक नहीं करती। एनडीएमसी के वाइस चेयरमैन पद पर बैठे करण सिंह तंवर एक माफ़िया, गुंडे और राजनैतिक बदमाश वाली छवि रखते हैं और इस मामले में वो आरोपी व्यवसायी रमेश कक्कड़ के साथ खड़े नज़र आते हैं। पूर्व में उनके उपर महिला कर्मचारियों के साथ अभद्र व्यवहार करने, इलाके में ज़मीनों पर कब्ज़ा करने, इलाके के शरीफ़ लोगों को धमकाने और उन्हे ब्लैकमेल करने और सरेआम गुंडागर्दी करने जैसे आरोप लगते रहे हैं। दिल्ली केंट बोर्ड ने तो बाकायदा प्रस्ताव पास करके करण सिंह तंवर के केंट इलाके में प्रवेश पर भी पाबंदी लगा रखी है। दिल्ली केंट इलाके में एक मंदिर पर करण सिंह तंवर ने अवैध कब्ज़ा कर लिया था जिस मामले में बाद में कोर्ट ने करण सिंह तंवर को लताड़ते हुए उसे ज़मीन को खाली करने के निर्देश दिए थे, लेकिन अंहकारी करण सिंह तंवर को ये गंवारा नहीं था तो उन्होने सेना के अधिकारियों को परेशान और ब्लैकमेल करना शुरु कर दिया। तकरीबन 50 गुंडों के साथ एक सेना के अधिकारी के घर जाकर उन्हे परेशान करना और फर्ज़ी सीडी से उन्हे ब्लैकमेल करना बीजेपी नेता करण सिंह तंवर का पेशा रहा है। एम एम ख़ान वाले मामले में भी करण सिंह तंवर ने खान का तबादला कराने की सुपारी रमेश कक्कड़ से ली थी और कई बार एम एम ख़ान को धमकी भी करण सिंह तंवर की तरफ़ से मिली थी, एक ख़त करण सिंह तंवर ने एम एम ख़ान को लिखा था जिसका अब सिर्फ़ लिफ़ाफ़ा ही मिला है और उसके अंदर का वो लेटर गायब है, एम एम ख़ान का परिवार, दिल्ली की जनता और आम आदमी पार्टी ये जानना चाहती है कि
1. उस ख़त में ऐसा क्या लिखा था जिसे गायब कर दिया गया है?
2. दिल्ली पुलिस इतने मजबूत आधार के बाद भी बीजेपी नेताओं के खिलाफ़ कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है?
3. क्या दिल्ली पुलिस को बीजेपी आलाकमान या केंद्र सरकार की तरफ़ से बीजेपी नेताओं को क्लीन चिट देने का निर्देश दिया गया है?
इसी मसले पर बात करते हुए आम आदमी पार्टी के ओखला से विधायक अमानतुल्ला ने कहा कि इस मामले में पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद महेश गिरी की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए क्योंकि महेश गिरी ही वो व्यक्ति हैं जो खुद रमेश कक्कड़ को लेकर उपराज्यपाल महोदय से मिलने गए थे और एम एम खान को रास्ते से हटाने की सिफ़ारिश की थी। यह बड़ा शर्मनाक है कि एक ईमानदार अफ़सर को सरेआम कत्ल कर दिया जाता है और उस इलाके के सांसद महेश गिरी उस अधिकारी के पीड़ित परिवार से मिलने तक नहीं आते। जिस खुली बहस का वो नाटक कर रहे हैं उससे कुछ हल नहीं निकलने वाला, पहले सांसद महेश गिरी कुछ सवालों का जवाब दें और एक निष्पक्ष जांच के लिए तैयार हों
1. सांसद महेश गिरी दिल्ली की जनता को ये बताएं कि वो एक भ्रष्टाचारी व्यवसायी को लेकर उनकी सिफ़ारिश करने एलजी के पास क्यों गए थे ?
2. उनके संसदीय क्षेत्र के एक सरकारी अधिकारी की हत्या हो जाती है और वो पीड़ित परिवार के घर झांकने तक क्यों नहीं जाते ?
3. भ्रष्टाचारी व्यवसायी रमेश कक्कड़ के साथ कौन से व्यवसायिक रिश्ते हैं जो सांसद महोदय उनकी सिफ़ारिश करने चले जाते हैं?
4. ऐसा कौन सा गुप्त लाभ सांसद महेश गिरी को मिल रहा था जिसके लिए वो रमेश कक्कड़ के पक्ष में एक चिठ्ठी एलजी महोदय को लिख देते हैं ?