कट्टरपंथी विचारधारा के ख़िलाफ़ होगा सर्व धर्मों का राष्ट्रिय अधिवेशन

Ten News Network

Galgotias Ad

दिनांक 12 जनवरी को राष्ट्रिय सैनिक संस्था के मुख्यालय पर एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए चर्चित संत नरसिंहानन्द सरस्वती ने कहा कि “भारतवर्ष के अधिकतर राजनैतिक दल, बुद्धिजीवी,मीडिया और धार्मिक जगत के धर्मगुरु कट्टरपंथी जिहाद के सामने घुटने टेकते हुए नजर आ रहे हैं, ऐसे में इस विचारधारा के साथ वैचारिक युद्ध की अंतिम तैयारी संतो और सैनिको ने आरम्भ कर दी है।”

इसी कड़ी में शिवशक्ति धाम डासना में 20 और 21 फरवरी 2021 को एक राष्ट्रिय सर्व धर्म सम्मेलन का आयोजन किया जाने वाला है।

आगे बताया गया कि 12 जनवरी को ही राष्ट्रीय सैनिक संस्था के कार्यालय से एक पत्र जारी किया गया है जो यति नरसिंहानंद सरस्वती और कर्नल टी पी एस त्यागी (वीर चक्र) ने सभी जगद्गुरुओं, शंकराचार्यो, आर्कविशप सहित 50 ईसाई धर्मगुरुओं, प्रमुख आर्य समाजियों, सभी तरह के अखाड़ों प्रमुखों, अकाल तख्त के जत्थेदारों सहित सिक्ख धर्मगुरुओं, जैन,बौद्ध, यहूदी,पारसी,व बहाई समुदाय के धर्मगुरुओं को भेजा जाएगा।

बता दें कि इस पत्र में लिखा गया है कि, “हम सब चाहे किसी भी धर्म या सम्प्रदाय को मानते हो पर हम सभी भारत के सच्चे नागरिक हैं। इस देश की रक्षा करना और इसे अपनी आने वाली पीढ़ियों के रहने योग्य बनाना, ये हमारी अपनी जिम्मेदारी है।”

ऐसी समस्याओं पर विस्तृत चर्चा के लिये शिवशक्ति धाम डासना जिला गाज़ियाबाद, उत्तर प्रदेश में 20 और 21 फरवरी 2021 को प्रथम राष्ट्रिय सर्व धर्म सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता – जगत गुरु शंकराचार्य नरेंद्र नन्द सरस्वती , उद्घाटन कर्ता आध्यात्मिक गुरु श्री पवन सिन्हा , मुख्य अतिथि – आचार्य ( डाक्टर ) लोकेश जी होंगे |

प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह भी आह्वाहन किया गया कि इस कार्यक्रम में सभी देश भक्त अपना योगदान दें ,यह संतो और सैनिको का कार्यक्रम है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.