सांसद रवि किशन का बयान , किसान आंदोलन मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रची गई साजिश

Ten News Network

नई दिल्ली :— गोरखपुर से सांसद रवि किशन से किसानों के मुद्दे पर टेन न्यूज़ ने खास बातचीत की। रवि किशन ने इस मामले में टेन न्यूज़ को बताया की विपक्ष का चेहरा बाहर आ गया है। जब से रिहाना और ग्रेअटा का ट्वीट सामने आया है ये सब साफ हो चुका है कि इसके पीछे किस तरह से शाजिस रची गई।

 

 

 

साथ ही उन्होंने कहा कि हमने जब पुलिस के खिलाफ बोला तो हमको नोटिस भी भेजा गया। तो इससे पता चल रहा है कि इन लोगो को मोदी से नफरत है। इन लोगों को प्रधानमंत्री कि सफलता से चिढ़ है और मोदी को आने वाले 25 साल तक यह लोग नहीं हरा पा रहे। यह इस चीज की फ्रस्ट्रेशन है। यह सारे लोग फ्रस्टेट होकर यह सब कर रहे हैं।

 

आगे उन्होंने कहा इन सब को एक मौका मिला है किसान आंदोलन का , तो यह इसको छोड़ना नहीं चाह रहे है। प्रियंका गांधी रामपुर गई है ,आप देख रहे हैं कि सारे विपक्षी नेता धरने में जा रहे हैं। इस आंदोलन में सिर्फ दो ही जगह के किसान शामिल है हरियाणा और पंजाब से बाकि सब पीछे हैं। मैं भी एक किसान का बेटा हूं मैं भी गांव से आता हूं और मेरी पूरी फैमिली को इस कृषि कानून से कोई समस्या नहीं है। हमको पता है यह प्रधानमंत्री हम गरीबों का बुरा कभी नहीं सोच सकते हैं।

 

 

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस मुद्दे को लेकर रवि किशन ने कहा इसमें खालिस्तानी ताकतों का हाथ है। यह सारी बातें कल सामने आ गई। गलती से कल ग्रेअटा ने अपने कुछ डॉक्यूमेंट को ट्वीट किया और उसमें 15 पॉइंट आए थे कि रिहाना को कब ट्वीट करना है उसको फोटो कौन सी डालनी है। तो इससे पता चल रहा है की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किस तरीके से साजिश चल रही है , हमारे देश को जलाने की, देश को तोड़ने की और हमारी आंतरिक सुरक्षा को आघात पहुचाने की। पहले यह लोग आतंकी साजिशों के जरिए यह सब करते थे। अब सोशल मीडिया के जरिए यह लोग इस तरीके के मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन यह सारे लोग विफल होंगे।

 

आप पार्टी के सांसदों को संसद से बाहर निकालने को लेकर सांसद रवि किशन ने कहा संसद एक बहुत बड़ा पवित्र मंदिर है और वहां पर हमारे स्पीकर महोदय बैठते हैं। प्रधानमंत्री भी वहां नीचे बैठते हैं , वो ऊपर आसन पर बैठते है। वहां पर कानून बनाया जाता है। पूरा विश्व उसको देखता है। देश की जनता के करोड़ों करोड़ों रुपया एक सत्र में लगता है , तब एक दिन का संसद चलता है , यह 15 दिन सत्र को चलाना। इसमें जनता का बहुत सारा पैसा खर्च होता है। उसको आप बर्बाद करना चाहते हौ , आप अंदर तख्ती लेकर आओगे। अंदर वाद-विवाद, तर्क-वितर्क के लिए पार्लियामेंट बना है। ना कि वहां आप जा कर नारेबाजी करें, काले कपड़े पहने और आसन के पास जाकर तांडव करें। तो जाहिर सी बात है मार्शल आपको बाहर लेकर जाएंगे और फेंक देंगे। अगर मैं भी ऐसा करूंगा तो मुझे भी वह लोग बाहर फेक देंगे। तो ऐसा नहीं करना चाहिए। वहां अपनी बात रखे, जनता की बात रखें , ना कि वह विवाद करे।

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